पटना: गया के बाराचट्टी की आरजेडी विधायक समता देवी को झारखंड प्रसाशन की ओर से कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत हटिया गेस्ट हाउस में 14 दिनों के लिए क्वॉरंटीन कर दिया गया है. आरजेडी विधायक समता देवी पार्टी सुप्रीमो लालू यादव से मिलने रांची पहुंची थीं. रांची के एडीएम लॉ एंड ऑर्डर अखिलेश सिन्हा के अनुसार समता देवी बिना परमिशन लिए रांची पहुंची थीं. ऐसे में उन्हें कोविड प्रोटोकॉल के तहत 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया गया है.
तेज प्रताप यादव को क्यूं नहीं किया क्वारंटाइन
आरजेडी विधायिका समता देवी को क्वारंटाइन किए जाने को लेकर सूबे में सियासत शुरू हो गई है. इस संबंध में बिहार सरकार के मंत्री नीरज सिंह ने कहा, "झारखंड की सरकार में शामिल राष्ट्रीय जनता दल ने राजनीति में 9 सामंत का चेहरा दिखाया. स्वभाविक रूप से कोविड-19 के दौर की जो नीति थी उसके तहत कोई भी व्यक्ति अगर झारखंड जाएगा तो उसको होम क्वारंटाइन होना पड़ेगा. लेकिन दलित समुदाय की महिला विधायिका जो आपकी पार्टी की हैं, उनको तो होम क्वारंटाइन किया गया लेकिन अगर लालू प्रसाद के सुपुत्र जाएंगे और होटल में पाए जाएंगे तो वो होम क्वारंटाइन नहीं होंगे."
उन्होंने कहा, "ये बताता है कि राजनीति के सामंत का महिलाओं और दलित के प्रति राजनीति में कुसंस्कार रहा है. झारखंड की सरकार में शामिल राष्ट्रीय जनता दल को अपनी भूमिका इस सवाल पर स्पष्ट करनी चाहिए."
लालू यादव करवा रहे दलितों का अपमान
इधर, हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "मुसहर, भुइंयां समझकर लालू यादव के इशारे पर समता देवी को क्वारंटाइन किया गया है. आरजेडी बताए तेज प्रताप यादव, अखिलेश सिंह को क्वारंटाइन क्यों नहीं किया गया? लालू प्रसाद यादव जेल में बैठ दलितों को अपमानित करवा रहें हैं."
झारखंड सरकार ने बनाया है नियम
मालूम हो कि दूसरे प्रदेशों से आने वाले लोगों के लिए झारखण्ड सरकार ने 14 दिनों तक क्वारंटाइन किए जाने का नियम बनाया है. इसी नियम के तहत विधायिका समता देवी को क्वारंटाइन किया गया है.
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