पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने मंगलवार को आईएमए के 96वें राष्ट्रीय अधिवेशन का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद डॉक्टरों समेत अन्य लोगों को संबोधित किया. संबोधन के दौरान उन्होंने डॉक्टरों से लोगों को शराबबंदी कानून के प्रति जागरूक करने की अपील करते हुए कहा कि हम आप सभी का पटना में स्वागत करते हैं. मुझसे जो आप लोगों के लिए बन पड़ेगा वो मैं करूंगा. लेकिन आप सब भी बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराएं और लोगों को जागरूक करें. समाज को आगे बढ़ाइये. बेहतर बनाइये. आप सब जो कर रहे उसके लिए मैं आप सभी का चरण स्पर्श करता हूं.
रिसर्च करके सराहनीय कार्य किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से मुक्ति दिलाने में जो डॉक्टर की भूमिका है, इसके लिए आपका अभिनंदन करता हूं. कोरोना के दौरान प्रधानमंत्री ने डॉक्टर्स के साथ बैठक की थी और राज्य में हम लोगों ने भी कुछ डॉक्टरों के साथ बैठक की थी. आप लोगों ने कोरोना काल में जो काम किया वह सराहनीय है. कोरोना की पहली और दूसरी लहर में आप लोगों ने सराहनीय कार्य किया है. आप लोगों ने वैक्सिनेशन पर रिसर्च करके सराहनीय कार्य किया है. अब तो कोरोना के तीसरी लहर को लेकर सभी जगहों पर तैयारियां की जा रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में कोरोना के साथ-साथ अन्य बीमारियों का इलाज आप लोग करते रहे. सभी की जान बचाने के लिए भगवान की तरह आप लोगों को दर्जा मिलता है. पहले बिहार में सिर्फ छह सरकारी मेडिकल कॉलेज और दो प्राइवेट कॉलेज थे. बिहार में 11 नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना सरकार करा रही है. 5-6 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज भी बिहार में चल रहा है.
डॉक्टरों से किया ये आग्रह
उन्होंने कहा, " आप चिकित्सकों से आग्रह है कि लोगों की इलाज के दौरान उन्हें शराब पीने के दुष्परिणाम के बारे में बताएं, उन्हें शुद्ध पेयजल का उपयोग करने और खुले में शौच नहीं करने के बारे में बताएं. आप लोगों की बातों का असर सब पर होगा. आप सब लोगों की सेवा कर रहे हैं, हम लोग भी आपकी मदद करते हैं और आगे भी जितना संभव होगा मदद करेंगे. समाज को आगे बढ़ाइए और बेहतर बनाइये. आप सभी को चरण स्पर्श करता हूं. आपको बधाई देता हूं."
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