पटना: नियुक्ति की मांग को लेकर धरना दे रहे शिक्षक अभियर्थियों को पटना प्रशासन द्वारा धरना देने की इजाजत दे दी गई है. पटना डीएम ने राजधानी के गर्दनीबाग स्थित धरनास्थल पर सभी शिक्षकों को धरने पर बैठने की इजाजत दी है. हालांकि, उन्होंने ये स्पष्ट रूप से कह दिया है कि धरना सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक ही देना है. उसके बाद के किसी को भी धरने पर बैठने की इजाजत नहीं है.


शाम चार बजे के बाद नहीं देना है धरना


इस संबंध में शिक्षक अभ्यर्थियों के धरने का नेतृत्व कर रहे राजेंद्र ने बताया कि पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कल सुबह 10 से शाम 4 बजे तक गर्दनीबाग़ धरनास्थल पर बैठने की अनुमति दी है. लेकिन रात को वहां बैठने की अनुमति नहीं है.


क्या है पूरा मामला?


दरअसल, नियोजन की मांग को लेकर शिक्षक अभ्यर्थी सोमवार से धरने पर बैठे थे. इसी क्रम में मंगलवार को पुलिस धरनास्थल पहुंची और जबरन धरना खत्म कराना चाहा. जब शिक्षक अभ्यर्थी नहीं मानें तो पुलिस ने अंधाधुंध लाठीचार्ज कर सभी शिक्षकों को वहां से खदेड़ दिया. इस घटना में कई शिक्षक अभ्यर्थी घायल हो गए थे.


तेजस्वी ने की थी अपील


इधर, शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ हुई बर्बरता पर नेता प्रतिपक्ष ने आवाज उठाई और सरकार पर जमकर निशाना साधा. इसी क्रम में बुधवार को तेजस्वी उनकी समर्थन में सड़क और उतरे और उनके बीच रहते हुए ही पटना डीएम और मुख्य सचिव को कॉल किया. कॉल पर तेजस्वी ने डीएम और मुख्य सचिव को सारी स्थिति से अवगत कराया और शिक्षकों को धरने पर बैठने देने की अपील की. ऐसे में तेजस्वी की अपील मानते हुए डीएम ने सशर्त शिक्षक अभ्यर्थियों को धरने पर बैठने की इजाजत दे दी है.


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