इलाज के दौरान बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने जमकर किया हंगामा, पुलिस के साथ की नोकझोंक
घटना के संबंध में मृतक के चाचा रवि शंकर ने बताया कि बच्चे को बुखार था. ऐसे में उसे डॉ. मणिकांत के पास इलाज के लिए लाया गया था. जहां, दस मिनट इलाज के बाद बच्चे को ऑक्सीजन लगाया गया, जिसके बाद उसकी मौत हो गयी.
जहानाबादः बिहार के जहानाबाद के एक निजी क्लिनिक में सोमवार को इलाज के दौरान छह माह के बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने जमकर बवाल काटा. घटना नगर थाना क्षेत्र के हॉस्पिटल मोड़ के समीप का है, जहां इलाज के दौरान छह माह के बच्चे की मौत से नाराज लोगों ने डॉक्टर पर गलत इलाज का आरोप लगाकर क्लिनिक में जमकर हंगामा और तोड़फोड़ की.
पुलिस के साथ की धक्का-मुक्की
इधर, बच्चे की मौत के बाद क्लिनिक के संचालक समेत सारे कर्मी मौके से फरार हो गए. ऐसे में घटना से आक्रोशित लोगों ने हॉस्पिटल मोड़ के समीप पटना-गया सड़क मार्ग एनएच-83 को जाम कर जमकर बवाल काटा. घटना की सूचना पाकर नगर थानाध्यक्ष भी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और जाम को समाप्त करने की कोशिश में जुट गए. लेकिन, नाराज ग्रामीणों ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करनी शुरू कर दी.
बुखार होने के बाद कराया गया था भर्ती
मिली जानकारी अनुसार मृतक कल्पा ओपी क्षेत्र के काजी-टाली गांव निवासी बीरेंद्र कुमार का छह माह का बेटा है. घटना के संबंध में मृतक के चाचा रवि शंकर ने बताया कि बच्चे को बुखार था. ऐसे में उसे डॉ. मणिकांत के पास इलाज के लिए लाया गया था. जहां, दस मिनट इलाज के बाद बच्चे को ऑक्सीजन लगाया, जिसके बाद उसकी मौत हो गयी.
काफी मशक्कत के बाद हटाया गया जाम
बच्चे की मौत की सूचना मिलते ही परिजन आक्रोशित हो गए और हंगामा कर एनएच-83 को जाम कर दिया. जाम की वजह से एनएच पर छोटे बड़े वाहनों की लंबी कतार लग गयी. हालांकि, मौके पर पहुंचे टाउन थाना इंस्पेक्टर रवि भूषण ने काफी मशक्कत के बाद लोगों को समझा बुझाकर जाम को समाप्त कर परिचालन सुचारू कराया.
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