पटना: बिहार में कोरोना के बेकाबू हो रहे हालात के बीच मंगलवार को पटना हाईकोर्ट ने फिर एक बार राज्य सरकार को फटकार लगाई. अब कोर्ट की ओर से की गई टिप्पणी पर विपक्ष ने राज्य सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. हाल ही में जमानत पर बाहर आए आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने हाईकोर्ट की तल्ख टिप्पणी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर साधा है. लालू यादव ने ट्वीट कर पूछा है कि लालू-राबड़ी शासनकाल को जंगलराज कहने वाले कहां छिपे हुए हैं?
लालू यादव ने ट्वीट कर कही ये बात
लालू यादव ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा, " बिहार की पूरी स्वास्थ्य सेवा को सेना को सौंप देना चाहिए- पटना हाईकोर्ट. महामारी में भी नीतीश सरकार गंभीर और मानवीय नहीं है. भौं-भौं और हुंआ-हुंआ कर जंगलराज जंगलराज चिल्लाने वाले कहां दुबके है?"
मालूम हो कि बिहार में कोरोना के बढ़ते प्रभाव के बीच राज्य सरकार ने मंगलवार को पटना हाईकोर्ट में कोरोना मामले की सुनवाई के दौरान राज्य में लॉकडाउन लगाने के निर्णय की जानकारी दी. सरकार की तरफ से जस्टिस सीएस सिंह की खंडपीठ को बताया गया कि राज्य में 5 मई से लेकर 15 मई तक लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया गया है.
स्थिति में सुधार नहीं होना शर्म की बात
हालांकि, इस दौरान कोर्ट ने राज्य सरकार के कोरोना से निपटने में असफल होने पर गहरी नाराजगी जताई. कोर्ट ने कहा कि बार-बार कोर्ट के आदेश के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं होना शर्म की बात है. कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि इस स्थिति में राज्य की स्वास्थ्य सेवा को सेना को सौंप दी जानी चाहिए. इतना कहकर कर कोर्ट ने सुनवाई 6 मई तक टाल दी. अब इस मामले में 6 मई को सुनवाई होगी.
एडवोकेट जनरल ने कही ये बात
इस संबंध में जब एबीपी न्यूज ने एडवोकेट जेनरल ललित किशोर से बातचीत की तो उन्होंने बताया, " अभी लिखित रूप से कुछ नहीं कहा गया है. लेकिन मुझे कहा जरूर गया है कि हमारी समझ से आपलोग फेल्योर हो रहे हैं तो क्यों नहीं सेना को बिहार की कोविड मैनजमेंट की जिम्मेदारी सौंप दी जाए."
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