(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मंत्री जी की नाराजगी के बाद बुके लेकर मंत्रालय पहुंचीं प्रधान सचिव, सूचना नहीं देने पर दो को किया निलंबित
प्रधान सचिव कार्यालय ने सफाई देते हुए कहा कि मंत्री जी से हरजोत कौर की कल ही मुलाकात हो गई थी. लेकिन आज पूर्व से उनके पास उनके कोई सूचना नहीं थी, इसलिए वो नहीं आ पाईं.
पटना: बिहार सरकार में खनन एवं भूतत्व विभाग के मंत्री जनक राम ने बुधवार को पदभार ग्रहण किया. हालांकि, पदभार ग्रहण करते वक्त विभाग की प्रधान सचिव के मौके पर मौजूद नहीं होने की वजह से उन्हें चपरासी के हाथों बुके लेकर कुर्सी पर बैठना पड़ा. इस बात से वे काफी नाराज हुए थे और सीएम नीतीश से इस मामले में शिकायत करने की बात कही थी.
मंत्री जनक राम से मिलने पहुंचीं हरजोत कौर
इधर, जब मंत्री जी के गुस्सा होने की जानकारी खनन एवं भूतत्व विभाग के प्रधान सचिव हरजोत कौर को मिली तो वो खुद शाम में बुके के लेकर मंत्री जनक राम से मिलने पहुंची और उनका स्वागत किया. दरसअल, उनपर आज समय पर मंत्री के स्वागत में नहीं आने का आरोप लगा था. ऐसे में प्रधान सचिव कार्यालय ने सफाई देते हुए कहा कि मंत्री जी से हरजोत कौर की कल ही मुलाकात हो गई थी. लेकिन आज पूर्व से उनके पास उनके कोई सूचना नहीं थी, इसलिए वो नहीं आ पाईं.
वहीं, इस पूरे मामले में कार्रवाई करते हुए विभाग के दो कर्मियों को निलंबित भी कर दिया गया है. निलंबित कर्मियों में आप्त सचिव राजेन्द्र चौहान और एलडीसी संतोष कुमार शामिल हैं. दोनों कर्मी मंत्री कोषांग के ही हैं.
स्वागत के वक्त मौजूद नहीं थीं प्रधान सचिव
मालूम हो कि जनक राम मंत्री बनने के बाद तय कार्यक्रम के तहत आज विभाग का पदभार ग्रहण करने मंत्रालय पहुंचे थे. लेकिन वहां विभाग की प्रधान सचिव मौजूद नहीं थीं. इसे लेकर वो नाराज हो गए और विभाग के चपरासी से गुलदस्ता लेकर कुर्सी पर बैठे. मंत्रालय में हुई ये घटना सुर्खियां बन गयी थी.
प्रधान सचिव की गैरमौजूदगी से नाराज खनन एवं भूतत्त्व मंत्री जनक राम ने कहा था कि कार्य के प्रति खिलवाड़ इस मंत्रालय में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अफसरशाही करने पर कार्रवाई होगी. इस घटना की मैं खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शिकायत करूंगा. हालांकि, चंद घंटों बाद प्रधान सचिव के पहुंचने से उनका गुस्सा ठंडा हो गया.
यह भी पढ़ें -
शुभ मुहूर्त से पहले विभाग पहुंचे CM नीतीश के मंत्री, दरवाजे पर खड़े होकर किया इंतजार नीतीश के मंत्री को करना पड़ा प्रधान सचिव का इंतजार, चपरासी से बुके लेकर संभाली कमान