रांची: महाराष्ट्र के पालघर में अपराधियों द्वारा अगवा नेवी ऑफिसर की हत्या के बाद सभी सकते में आ गए हैं. 30 जनवरी को चेन्नई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से अगवा किए गए जवान की कथित तौर पर फिरौती ना मिलने पर जिंदा जलाकर हत्या किए जाने के बाद मृतक जवान सूरज दूबे के भाई ने नेवी के अधिकारियों और उसके एक सहयोगी पर गंभीर आरोप लगाए हैं और मामले की जांच की मांग की है.
फिरौती के लिए हत्या की बात गलत
सूरज दूबे के भाई ने कहा कि पालघर के एसपी ने मुझे फ़ोन करके बताया कि 10 लाख रुपए की फिरौती के लिए सूरज का अपहरण किया गया था और पैसे नहीं मिलने पर उसकी जिंदा जलाकर हत्या कर दी गयी. ये बात सरासर गलत है. फिरौती की कोई बात नहीं है. अगर ऐसा होता तो अपराधी हमारे घर के किसी सदस्य को कॉल करते.
मृतक जवान के सहयोगी पर लगाया आरोप
उन्होंने कहा कि हम पूरी रात जगे रहते थे, लेकिन फिरौती के संबंध में कोई फोन कॉल नहीं आया है. हमें ये लगता है कि उसके ही यूनिट में जो धर्मेंद्र नाम का लड़का है, उसी ने सूरज के खिलाफ साजिश की है. उनसे सूरज के पिता को भी फ़ोन किया था और लागतार सूरज के संपर्क में था. 30 तारीख को एसएमएस द्वारा 13 बार उसने सूरज से संपर्क किया है. हमारा शक उसी पर है और इस काम में विभाग के अधिकारी भी मिले हुए हैं. ऐसे में हमारी मांग की मामले की जांच हो आरोपी को जल्द सजा मिले.
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि झारखंड के पलामू जिला के पूर्वडीहा गांव के रहनेवाले सूरज दूबे जिन्होंने पांच साल पहले नेवी ज्वाईन की थी, उन्हें 30 जनवरी को चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से अगवा कर लिया गया था. पालघर पुलिस की मानें तो अपराधियों ने दस लाख फिरौती की मांग की थी. वहीं, पैसे नहीं मिलने पर उन्हें शुक्रवार को जिंदा जला दिया था. इधर, घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस आननफानन उन्हें अस्पताल ले गए लेकिन उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया.
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