पटना: लव जिहाद को लेकर जारी विवाद के बीच यूपी की योगी सरकार ने इसके खिलाफ कानून बनाने की पूरी तैयारी कर ली है. मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में गैरकानूनी धर्म परिवर्तन अध्यादेश पास हो गया. अध्यादेश के अनुसार, दूसरे धर्म में शादी करने के लिए अब डीएम की इजाजत लेनी होगी. ऐसा नहीं करने पर करने पर 6 महीने से लेकर 3 साल तक की सजा होगी, साथ 10 हजार का जुर्माना भी देना पड़ेगा. इसके अलावा अलग झूठ बोलकर शादी करने का मामला सामने आया तो 10 साल तक की सजा हो सकती है.


इधर, यूपी सरकार के इस फैसले के बाद बिहार सरकार भी लव जिहाद पर कानून बनाने का प्रेशर बढ़ता दिख रहा है. दरअसल बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पहले भी नीतीश सरकार से 'लव जिहाद' के खिलाफ कानून बनाने का अनुरोध कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में भी बिना सांप्रदायिकता का नाम दिए सामाजिक समरसता के लिए लव जिहाद पर काम करने की जरूरत है.


हालांकि, इस मामले पर जेडीयू-बीजेपी की राय अलग-अलग है. गिरिराज सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते के जेडीयू ने कहा कि अगर कोई ऐसे बयान देता है इस पर ज्यादा चर्चा की जरूरत नहीं है. ऐसे में मौजूदा समय में जेडीयू भले ही 'लव जिहाद' के मामले में कुछ भी कहने से परहेज कर रही हो, लेकिन बीजेपी के रवैये से यह स्पष्ट है कि वो इस मुद्दे को छोड़ने वाली नहीं है.


यही वजह है कि बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह इस मुद्दे पर लगातार बात कर रहे हैं. हाल ही मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि लव जिहाद आज सामाजिक समरसता के लिए एक तरह से कैंसर हो गया है. अब कई राज्य इसके लिए कानून बनाने की मुहिम में लग गए हैं. बिहार को भी इसको सांप्रदायिकता का नाम न देकर सामाजिक समरसता के लिए लव जिहाद पर काम करने की जरूरत है.


इससे पहले उन्होंने शुक्रवार को कहा था कि बिहार की नीतीश सरकार से अनुरोध है कि वह लव जिहाद पर कानून बनाएं लव जिहाद वाली समस्या को जड़ से समाप्त करना होगा और अगर बिहार में लव जिहाद को रोकने के लिए कानून लाया जाए तो अच्छा होगा.


केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के अलावा सांसद राकेश सिन्हा ने लव जिहाद को लेकर कानून बनाने मांग उठाई थी. उन्होंने कहा था कि लव जिहाद को रोकने के लिए जिन राज्यों को जरूरत महसूस हो रही है वहां कानून बनाए जा रहे हैं. यह कानून किसी वर्ग विशेष के लिए नहीं बल्कि घटनाओं को लेकर बनाई जा रही है. लव जिहाद पर जल्द रोक लगाई जानी चाहिए. लव जिहाद की घटना को कुछ लोग अंजाम देते हैं लेकिन इसका सामाजिक ध्रुवीकरण बड़े पैमाने पर होता है.


उन्होंने कहा था कि जिस राज्य की राज्य सरकार को लग रहा है कि कानून बनना चाहिए वो राज्य सरकार इस कानून का समर्थन कर रही है और जहां जरूरत नहीं है वहां की सरकार इसका समर्थन नहीं कर रही है.