(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कुशवाहा के बाद मांझी ने भी उठाया विशेष राज्य का मुद्दा, कहा- अब दर्जा नहीं मिला, तो कभी नहीं मिलेगा
जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर कहा, " कम संसाधनों के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के बदतर कानून व्यवस्था और बेहाल शिक्षा महकमे को दुरुस्त करने में अपनी पूरी ताकत लगा दी है. अब आधारभूत संरचना को ठीक करने के लिए विशेष राज्य के दर्जे की जरूरत है."
पटना: नीति आयोग की रिपोर्ट पर बवाल मचा हुआ है. एक ओर विपक्ष जहां बिहार के प्रदर्शन को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर है. वहीं, दूसरी ओर सत्ता पक्ष के नेता एक बार फिर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करने लगे हैं. शनिवार को पहले जेडीयू एमएलसी उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने पर विचार करने की मांग उठाई. वहीं, कुशवाहा के बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की है.
मांझी ने ट्वीट कर कही ये बात
पूर्व मुख्यमंत्री सह हम अध्यक्ष ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, " कम संसाधनों के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के बदतर कानून व्यवस्था और बेहाल शिक्षा महकमे को दुरुस्त करने में अपनी पूरी ताकत लगा दी है. अब आधारभूत संरचना को ठीक करने के लिए विशेष राज्य के दर्जे की जरूरत है. डबल इंजन की सरकार में विशेष दर्जा नहीं मिला तो कभी नहीं मिलेगा."
कम संसाधनों के बावजूद मा.@NitishKumar जी ने बिहार के बदतर क़ानून व्यवस्था और बेहाल शिक्षा महकमे को दुरुस्त करने में अपनी पुरी ताक़त लगा दी है।
— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) June 5, 2021
अब आधारभूत संरचना को ठीक करने के लिए विशेष राज्य के दर्जे की ज़रूरत है।
डबल इंजन की सरकार में विशेष दर्जा नहीं मिला तो कभी नहीं मिलेगा।
उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर कही ये बात
इससे पहले कुशवाहा ने भी ट्वीट कर यही मांग की थी. अपनी पार्टी आरएलएसपी का जेडीयू में विलय करा कर जेडीयू में शामिल हुए उपेंद्र कुशवाहा ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग करते हुए ट्वीट कर कहा, " बिहार-झारखंड विभाजन उपरांत प्राकृतिक संपदाओं का अभाव और बिहारवासियों पर प्राकृतिक आपदाओं का लगातार दंश के बावजूद नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार अपने कुशल प्रबंधन से बिहार में विकास की गति देने में लगी है."
आदरणीय @PMOIndia श्री @narendramodi जी,
— Upendra Kushwaha (@UpendraKushJDU) June 5, 2021
बिहार-झारखंड विभाजन उपरांत प्राकृतिक संपदाओं का अभाव और बिहारवासियों पर प्राकृतिक आपदाओं का लगातार दंश के बावजूद @NitishKumar जी के नेतृत्व में NDA सरकार अपने कुशल प्रबंधन से बिहार में विकास की गति देने में लगी है। 1/2
उन्होंने कहा, " लेकिन वर्तमान दर पर अन्य राज्यों की बराबरी संभव नहीं है. नीति आयोग की हालिया रिपोर्ट इसका प्रमाण है. अतः विनम्र निवेदन है कि 'बिहार को विशेष राज्य का दर्जा' देने की जेडीयू की वर्षों लंबित मांग पर विचार करें और बिहार वासियों को न्याय दें."
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर साधा था निशाना
बता दें कि नीति आयोग की रिपोर्ट आने के विपक्ष को सरकार को घेरने का एक और मुद्दा मिल गया है. रिपोर्ट को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा था. उन्होंने ट्वीट कर कहा था, " सबसे खराब प्रदर्शन के लिए नीतीश कुमार को बधाई. डबल पावर्ड डबल इंजन सरकार के ड्राइवर! केरल ने बीजेपी को शून्य सीट दी और उसने टॉप रैंक बरकरार रखी. बिहार ने 40 लोकसभा सीटों में से 39 बीजेपी को दी और सबसे खराब प्रदर्शन किया. आत्मनिरीक्षण करें."
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