पटनाः अग्निपथ योजना को लेकर बिहार में विपक्ष जबरदस्त तरीके से प्रदर्शन कर रहा है. मंगलवार को ऐसा लगा कि आरजेडी और जेडीयू एक साथ है क्योंकि तेजस्वी यादव के एलान के बाद बीजेपी के अलावा कोई मंत्री-विधायक सदन नहीं पहुंचा. इधर, सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि वायु सेना में अग्निवीर बनने के लिए 56 हजार से अधिक युवा अपना आवेदन रजिस्टर करा चुके हैं, जबकि अंतिम तारीख पांच जुलाई आने में अभी सात दिन शेष हैं.
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में आवेदन कर युवाओं ने साफ संकेत दिया है कि विभिन्न सुरक्षा बलों में अग्निवीरों को आरक्षण, प्राथमिकता और उम्र सीमा में छूट जैसे कई मुद्दों पर सरकार तथा तीनों सेनाओं के आश्वाशनों से अनेक भ्रांतियां दूर हो गई हैं. अब युवाओं को किसी बहकावे में आए बिना अधिक से अधिक संख्या में अग्निवीर बनने के अवसर का लाभ उठाना चाहिए.
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अग्निपथ योजना के फायदों का जिक्र करते हुए सुशील कुमार मोदी ने लिखा कि अग्निपथ योजना युवाओं को देश सेवा का अवसर देती है, पर किसी के लिए बाध्यकारी नहीं है. अग्निवीर बनने वाले युवा आगे की पढ़ाई जारी रख सकते हैं और बाद में किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होकर कोई भी मंजिल हासिल कर सकते हैं. यह ऐसी योजना है, जिसमें युवाओं को केवल पाना है, खोना कुछ नहीं है.
छात्र नहीं... बीजेपी और आरएसएस के कार्यकर्ता
इधर, सुशील कुमार मोदी के ट्वीट से पहले ही 56 हजार आवेदन करने वालों को लेकर विपक्ष ने हमला बोला. मंगलवार को बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन लेफ्ट-आरजेडी-कांग्रेस के विधायकों ने अलग-अलग प्रदर्शन किया. सीपीआईएमएल विधायक दल के नेता महबूब आलम ने कहा कि सदन में अग्निपथ योजना पर चर्चा हो. जो भर्ती अग्निपथ योजना के तहत शुरू हुई है उसमें कोई भी छात्र नहीं है. वह सब बीजेपी, आरएसएस के कार्यकर्ता हैं. कुछ छात्र हो सकते हैं लेकिन अधिकतर बीजेपी, आरएसएस के कार्यकर्ता हैं. इससे यह भी साबित हो रहा की बीजेपी, आरएसएस के कार्यकर्ता बेरोजगार हैं इसलिए इस योजना से सेना में जा रहे.
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