Bihar News: पटना एम्स के निदेशक डॉ.जीके पाल को केंद्र सरकार ने हटा दिया है. बेटे को फर्जी सर्टिफिकेट से एडमिशन दिलाने का आरोप लगा था. देवघर एम्स के डायरेक्टर को अभी पटना एम्स की जिम्मेदारी मिली है. आज से (6 नवंबर) वो पटना एम्स के डायरेक्टर का पदभार संभालेंगे. वहीं, इस संबंध में केंद्र सरकार ने पत्र जारी कर दिया है. एम्स देवघर के डायरेक्टर को पटना एम्स का अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया है.
बेटे का गलत सर्टिफिकेट बनवाने का लगा था आरोप
बता दें कि डॉ. जीके पाल पर अपने बेटे का गलत ओबीसी सर्टिफिकेट बनाकर एडमिशन कराने का आरोप लगा था. डॉ. जीके पाल पर आरोप है कि एम्स गोरखपुर के अतिरिक्त प्रभार में रहते हुए उन्होंने अपने बेटे का नामांकन पीजी में करा दिया था. इसमें अपने बेटे का प्रमाण पत्र नॉन क्रीमी लेयर के तहत बनाकर कराया था. इस मामले में जांच कराई गई. जांच के लिए एक दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था. कमेटी ने पाया कि डॉ. पाल ने अपने पद का दुरुपयोग किया है और उन्होंने यह प्रमाण पत्र अपने बेटे को दाखिला दिलाने के लिए बनवाया था. आरोप सही पाया गया.
इस जांच के बाद कमेटी ने अपनी रिपोर्ट स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजा था. वहीं, इस जांच रिपोर्ट के आधार पर मंगलवार को केंद्र सरकार ने डॉ. जीके पाल के खिलाफ कार्रवाई की और डॉ. जीके पाल को दिल्ली बुला लिया.
देवघर एम्स के डायरेक्टर को मिला अतिरिक्त प्रभार
वहीं, एम्स पटना के नए निदेशक के रूप में देवघर एम्स के डायरेक्टर डॉ. सौरभ वार्ष्णेय को नियुक्त किया गया है. डॉक्टर सौरभ वार्ष्णेय को 3 माह के लिए या नए डायरेक्टर की नियुक्ति तक एम्स पटना के निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है.
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