पटना: एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) तीन दिवसीय दौरे पर बिहार के सीमांचल आ रहे हैं. 16 से 18 फरवरी तक बिहार में रहेंगे. 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी नेताओं के साथ बैठक करेंगे. इस दौरान 16 फरवरी को किशनगंज में जनसभा को भी संबोधित करेंगे. मुस्लिम बहुल सीमांचल की चारों सीट किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार पर ओवैसी की नजर है. 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में सीमांचल में पांच सीटों पर ओवैसी की पार्टी की जीत हुई थी बाद में चार विधायक आरजेडी के साथ चले गए.
महागठबंधन को हो सकता है नुकसान
2019 लोक सभा चुनाव में किशनगंज में एआईएमआईएम पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान को करीब 3 लाख वोट आया था. बिहार में एनडीए सरकार बनने के बाद असदुद्दीन ओवैसी का पहला बिहार दौरा है. लोकसभा चुनाव में सीमांचल में पार्टी का प्रदर्शन अगर अच्छा रहा तो महागठबंधन को नुकसान और बीजेपी को फायदा हो सकता है. इस बार किशनगंज के अलावा सीमांचल के अन्य जिलों में भी ओवैसी के कार्यक्रम होंगे. उसकी जानकारी आगे दी जाएगी.
इस क्षेत्र में आरजेडी की अच्छी पकड़ है
फिलहाल सीमांचल की किशनगंज लोकसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा है. जबकि पूर्णिया कटिहार जेडीयू के खाते में है. अररिया सीट पर बीजेपी का कब्जा है. बता दें कि लोकसभा चुनाव में सीमांचल काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इस क्षेत्र में आरजेडी की अच्छी पकड़ है. यह क्षेत्र अब बिहार की राजनीति में केंद्र बनता जा रहा है. बीजेपी भी यहां काफी एक्टिव हुई है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह यहां दौरा कर चुके हैं. साथ ही सीएम नीतीश की साथ वाली महागठबंधन सरकार भी सीमांचल में बड़ी रैली करा चुकी है.
इसके अलावा कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान सीमांचल में पहुंचे थे. वहीं, इस क्षेत्र में हुए पिछला विधानसभा चुनाव के परिणाम ने सभी को चौंका दिया था. एआईएमआईएम को बड़ी सफलता मिली थी. इस लिहाज से संगठन को मजबूत करने के लिए असदुद्दीन ओवैसी यहां दौरा कर रहे हैं.
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