Bihar bypoll 2024: बिहार विधानसभा उपचुनाव में अब एआईएमआईएम ने भी अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं. चार सीटों पर हो रहे उपचुनाव में दो सीटों पर उम्मीदवार के नाम की घोषणा पार्टी ने कर दी है. उम्मीदवारों के ऐलान के बाद एबीपी न्यूज़ से एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अख्तरुल ईमान ने मंगलवार को खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारी तैयारी पूरी है. हम लड़ते इसलिए हैं ताकि दूसरों को काटकर आगे निकल जाए.
वहीं, अख्तरुल ईमान से जब सवाल पूछा गया कि एक तरफ परिवारवाद और दूसरी तरफ सामंतवाद का आरोप आप लोग लगाते हैं. इस पर उन्होंने कहा कि हम चोर उचक्कों और जुमलेबाजों का कोई ऐतबार नहीं रखते. हम जब लड़ते हैं तो दुनिया देखती है. बिहार विधानसभा में एआईएमआईएम ने शोषितों, अकलियतों, दलितों और सरकार की नाकामियों को जिस तरीके से उजागर किया है वो सबने देखा है. जो माइनॉरिटी के वोट के सौदागर थे उन्होंने वोट लेकर ताज तो पहना है, लेकिन माइनॉरिटी का ही गर्दन काट दिया है.
बिहार उपचुनाव पर क्या बोले अख्तरुल ईमान?
तरारी और रामगढ़ में अब तक उम्मीदवार की घोषणा न करने पर अख्तरुल ईमान ने कहा कि इन दो सीटों पर भी चर्चा हो रही है. हमने चारों सीटों पर हो रहे चुनाव के बारे में केंद्रीय नेतृत्व को रिपोर्ट भेज दी है. दो सीटों का कन्फ़र्मेशन आ गया. जल्द ही तरारी और रामगढ़ का भी ऐलान हो जाएगा. वहीं, बिहार में तेजस्वी यादव और गिरिराज सिंह की राजनीतिक यात्राओं पर उन्होंने कहा कि दोनों झूठ का प्रोपेगेंडा है. केंद्र में मंत्री रहते हुए गिरिराज सिंह ने बिहार के लिए क्या काम किया? इसका श्वेत पत्र जारी करें. गिरिराज सिंह को काम तो कुछ करने आता नहीं है, सिर्फ गाल बजाते हैं.
आगे उन्होंने कहा कि बीजेपी ने बिहार में खून की होली खेली है. जातीय उन्माद फैलाया है और उसी की तैयारी ये लोग फिर कर रहे हैं, लेकिन मैं यकीन दिलाना चाहता हूं कि बिहार में हिंदू और मुस्लिम एक साथ रहते हैं. वहीं, अख्तरुल ईमान ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी का जो मुख्यमंत्री बिहार में हैं वह माफी मांगते फिर रहे हैं.
आरजेडी और बीजेपी पर भड़के अख्तरुल ईमान
वहीं, एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष से जब पूछा गया कि आरजेडी आपको बीजेपी का एजेंट बताती है. इस पर उन्होंने कहा कि इस जंगल में एक तरफ दरिंदा है तो दूसरी तरफ शिकारी है. दोनों ही दलों की हालत दरिंदा और शिकारी वाली है, लेकिन बिहार की शोषित और पीड़ित अपनी लड़ाई लड़ना चाहते हैं. यही वजह है कि एआईएमआईएम जब भी शोषित और पीड़ित की आवाज उठाती है तो सबसे ज्यादा बेचैनी इन दोनों को ही होती है. सूरज निकलने से सबको रोशनी मिलती है, चमगादड़ अंधा हो जाता है.
वहीं, जब उनसे पूछा गया कि क्या सिर्फ चुनाव में डैमेज करेंगे? इस पर उन्होंने कहा कि नया जवाब देंगे. हम अपने वजूद को आगे बढ़ना चाहते हैं. कौन पीछे रह जाएगा हम उसके बारे में नहीं सोचते. आज नहीं तो कल बिहार में दलितों की पीड़ितों की शोषितों की और माइनॉरिटी के लोगों की आवाज सुनी जाएगी और बिहार में उनका झंडा बुलंद होगा. बता दें कि इमामगंज से एआईएमआईएम ने अपना उम्मीदवार कंचन पासवान को बनाया है तो वहीं, बेलागंज से मो. जामिन अली को पार्टी का सिंबल दिया है.
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