किशनगंज: एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान (Akhtarul Iman) ने महिला आरक्षण विधेयक (Women Reservation Bill) के मुद्दे पर केंद्र सरकार और I.N.D.I.A गठबंधन को आड़े हाथ लिया है. अख्तरुल ईमान ने मुस्लिम महिलाओं को आरक्षण देने की मांग की. उन्होंने कहा कि सेक्युलर पार्टियां मुस्लिम मतदाताओं को रखैल बनाकर रखना चाहती हैं. एआईएमआईएम नेता अख्तरुल ईमान ने मंगलवार (26 सितंबर) को पत्रकार से बातचीत के दौरान यह बयान दिया है.
अल्पसंख्यक के मुद्दे पर सभी पार्टियां क्यों चुप?
एआईएमआईएम नेता अख्तरुल ईमान ने कहा कि अल्पसंख्यक का मुद्दा सामने आता है तो सभी दल चुप हो जाते हैं. सभी पार्टियां हिंदुत्व का कार्ड खेलने में लगी हुई हैं और तथाकथित सेक्युलर पार्टियों ने दिखावे के लिए ओबीसी आरक्षण की बात तो की लेकिन किसी ने अल्पसंख्यक महिलाओं के आरक्षण की बात करने की हिम्मत नहीं दिखाई. सिर्फ एआईएमआईएम ने महिला आरक्षण बिल के खिलाफ वोट देने का काम किया है. हमने माइनॉरिटी के मुद्दे को उठाया है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं. उन्होंने कहा कि माइनॉरिटी का मुद्दा आगे भी उठाते रहेंगे जब तक समस्याओं का हल नहीं हो जाता है. ये भी भारत के नागरिक हैं. इनके लिए भारत सरकार को सोचना चाहिए.
विपक्षी पार्टी पर साधा निशाना
एआईएमआईएम नेता अख्तरुल ईमान ने कहा कि मुसलमानों का वोट सभी लेना चाहते हैं लेकिन उनकी समस्याओं के समाधान के लिए कोई मुंह नहीं खोलना चाहते हैं. वही एआईएमआईएम को गठबंधन से दूर रखे जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों को ये रखैल समझते हैं. उन्होंने आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस पार्टी का बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि इन्हें हमारा वोट प्यारा है लेकिन ये सत्ता में साझेदारी नहीं देना चाहते है इसीलिए एआईएमआईएम से इन लोगों ने दूरी बना कर रखा है. बता दें कि इंडिया एलायंस में एआईएमआईएम पार्टी को शामिल नहीं किया गया है जिससे इनके पार्टी के लोग नाराज हैं.
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