AIMIM: बिहार में ओवैसी की पार्टी 13 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी. एआईएमआईएम बिहार अध्यक्ष व विधायक अख्तरुल ईमान ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में यह जानकारी शुक्रवार को दी. उन्होंने कहा कि मुस्लिम बहुल सीमांचल के किशनगंज, अररिया में हम लोग चुनाव लड़ेंगे. किशनगंज में मैं खुद प्रत्याशी हूं. सीमांचल के पूर्णिया, कटिहार में नहीं लड़ेंगे. यह पार्टी का निर्णय है.


इसके अलावा काराकाट, दरभंगा, उजियारपुर, मधुबनी, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर में भी लड़ेंगे. अन्य सीटें और कौन सी होंगी? इसका ऐलान जल्द कर दिया जाएगा.
 
सीमांचल के मुद्दों पर की बात


अख्तरुल ईमान ने कहा कि सांप्रदायिक ताकतों को हराना है. 'इंडिया' गठबंधन में हम लोग जगह चाहते थे, लेकिन हम लोगों को जगह नहीं दी गई. 'इंडिया' गठबंधन अगर सच में पीएम मोदी विरोधी है व सांप्रदायिक शक्तियों को हराना चाहता है तो जिन 13 सीटों पर हम लोग चुनाव लड़ेंगे उन सीटों पर 'इंडिया' गठबंधन प्रत्याशी न दे. गरीबी है, पलायन सबसे अधिक है, अस्पताल ढंग के नहीं हैं, घरों का कटाव हो रहा है. यह सब यहां के बड़े मुद्दे हैं. यहां की स्थिति को बेहतर बनाने की लड़ाई मैं लड़ रहा हूं. सीमांचल के बेबस लाचार लोगों को मैं इंसाफ दिलाऊंगा.


सीएम नीतीश पर साधा निशाना


एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सीमांचल के अल्पसंख्यकों ने दूसरी पार्टियों को वोट दिया, लेकिन उनका विकास नहीं किया गया. अब यह लोग अपनी पार्टी एआईएमआईएम को वोट करेंगे. महागठबंधन के जो लोग हमको बीजेपी की 'बी' टीम कहते हैं. उनसे मेरा डिबेट करा दीजिए. उनकी असलियत सामने ला दूंगा.  सीएम नीतीश हमको 'बी' टीम बताते थे अब तो वो खुद बीजेपी के साथ चले गए. बीजेपी को हम लोग फायदा नहीं पहुंचाते. 


बता दें कि पिछले बार चुनाव में महागठबंधन सिर्फ एक मात्र सीट किशनगंज जीता था. कांग्रेस प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी. इस बार यहां त्रिकोणीय मुकाबला है. एनडीए में जेडीयू से मास्टर मुजाहिद आलम, महागठबंधन में कांग्रेस से मोहम्मद जावेद (मौजूदा सांसद), एआईएमआईएम से अख्तरुल ईमान प्रत्याशी हैं. वहीं, किशनगंज में मुस्लिमों की आबादी करीब 70% है.


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