पटना: पूरे बिहार में शराब को लेकर घमासान छिड़ा हुआ है. इसको लेकर सदन से लेकर सड़क तक हंगामा हो रहा है. वहीं, abp ने इसको लेकर बड़ा खुलासा किया. पटना में दीघा एम्स पुल के नीचे शराब भट्टी को दिखाया. इस पर पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर से सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि पुलिस टीम को वहां भेजी गई है. सभी सामग्री को नष्ट किया जायेगा. छापेमारी कर सख्त कार्रवाई होगी. इस मामले में किसी को भी नहीं बख्शा जायेगा.


ऐसे सभी जगहों पर कार्रवाई की जा रही है- डीएम डॉ. चंद्रशेखर

डीएम डॉ. चंद्रशेखर ने कहा कि पटना में 108 जगहों को हमने चिन्हित किया था, जहां ऐसा काम होता है. सभी जगहों पर कार्रवाई की जा रही है. स्लम जैसों जगहों में यह ज्यादा देखने को मिल रहा है. सरकार योजना चला रही. सरकार एक लाख रुपये तक की मदद कर रही है कि ऐसे लोग कोई दूसरा अपना काम शुरू करें. कई लोग इस बात को मानकर शराब बनाने का काम छोड़ भी दिए हैं, लेकिन कुछ लोग अब भी नहीं सुधरे हैं.


'पुलिस प्रशासन के लोग सतर्क रहें'


इस मामले को लेकर आरजेडी कोटे के मंत्री आलोक मेहता ने कहा कि यह नहीं होना चाहिए, जब खबर आती है, तब पुलिस प्रशासन के लोग पहुंचते हैं. ये लोग पहले से ही सतर्क रहें तो कोई भी आदमी ऐसा काम करने से डरेगा. अंतरात्मा की आवाज सुनकर इन सब चिजों पर रोक लगाने की जरुरत है. वहीं, इसको लेकर प्रशासन पर भी सवाल उठने लगे हैं


छपरा में 80 से ज्यादा मौत


बता दें कि बिहार में जहरीली शराब से कथित तौर पर अकेले छपरा में 80 से ज्यादा लोगों की मौतें बताई जा रही. सीवान और बेगूसराय में भी कई लोगों की इसी कारण मौत की बात कही जा रही. हालांकि प्रशासन ने साफ कहा है कि बिहार में अब तक जहरीली शराब से 38 लोगों की ही मौतें हुई हैं. मद्य निषेध विभाग के मंत्री ने 38 मौतों की बात कही है. वहीं, विपक्ष मुआवजे को लेकर खूब हंगामा कर रहा है.


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