आराः एक तरफ अश्विनी चौबे कर रहे थे निरीक्षण और दूसरी ओर एंबुलेंस से ढोया जा रहा था सामान
मंगलवार को एक बड़ी गाड़ी से अस्पताल के लिए बेड लाए गए. उसके साथ लोहे के बड़े-बड़े अन्य सामान थे. जब ढोने के लिए साधन नहीं मिला तो एंबुलेंस का ही इस्तेमाल कर लिया गया.
आराः कोरोना काल में समय पर एंबुलेंस ना मिलने की वजह से कई मरीजों की मौत की खबर सामने आई थी. आज उन्हीं एंबुलेंस पर मरीजों की जगह सामान पहुंचाया जा रहा है. मामला आरा के सदर अस्पताल का है जहां मंगलवार को एंबुलेंस की सहायता से बेड और कुछ लोहे का सामान ढोया जा रहा था.
एंबुलेंस पर नंबर प्लेट तक नहीं
जानकारी के अनुसार, मंगलवार को एक बड़ी गाड़ी से अस्पताल के लिए बेड लाए गए. उसके साथ लोहे के बड़े-बड़े अन्य सामान थे. सामान को अस्पताल में ले जाने के लिए कोई और साधन नहीं मिला नहीं तो यहां एंबुलेंस का ही सहारा ले लिया गया. एंबुलेंस पर नंबर प्लेट तक नहीं था.
बता दें कि कुछ दिनों पहले इसी एंबुलेंस की कमी का अस्पताल प्रशासन रोना रो था. माहामारी में कई प्राइवेट एंबुलेंस के चालकों ने मनमाना किराया भी वसूला था. अब इधर, आरा सदर अस्पताल में नए बिल्डिंग बनाने के लिए सामान ढोने के लिए एंबुलेंस का इस्तेमाल किया जा रहा है.
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने दी सफाई
वहीं, मंगलवार को आरा सदर अस्पताल का निरीक्षण करने आए केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कोरोना टीकाकरण केंद्र का निरीक्षण किया. इस मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री को जब जानकारी दी गई तो उन्होंने कहा कि यह बहुत ही निंदनीय है. ऐसा नहीं होना चाहिए, लेकिन कभी कभी ऐसा हो जाता है.
यह भी पढ़ें-
गोपालगंज: एयरफोर्स के रिटायर्ड जवान की हत्या कर तालाब में फेंका शव, सिर पर चोट के निशान
पूर्णिया में वन कर्मी की गोली मारकर हत्या, कुछ दिनों पहले दी गई थी जान से मारने की धमकी