सिवानः बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के गृह जिले के सदर अस्पताल में एंबुलेंस के लिए चालक ही नहीं हैं. सोमवार को एबीपी की टीम के निरीक्षण में इस बात का खुलासा हुआ है. इस मामले में खुद सिविल सर्जन ने कहा कि एंबुलेंस तो हैं लेकिन कभी-कभी ही चलती हैं. ड्राइवर नहीं होने के कारण दिक्कत हो रही है.
बताया जाता है कि सदर अस्पताल में एमएलए और एमएलसी फंड से पांच एंबुलेंस खरीदी गईं. अब ड्राइवर के अभाव में सदर अस्पताल में यह शोभा की वस्तु बनकर रह गई है. अस्पताल में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने कहा कि ड्राइवर की कमी है. इस मामले में शव वाहन के सरकारी चालक ने भी कहा कि चालक के अभाव में एंबुलेंस ऐसे ही पड़ी हुई हैं. इसकी वजह से लोगों को सुविधा नहीं मिलती है.
इस मामले में एबीपी ने सिविल सर्जन यदुवंश शर्मा से बात की. उन्होंने कहा कि पांच एंबुलेंस करीब छह-सात दिन पहले आई है. ड्राइवर की कमी होने के कारण है एंबुलेंस खड़ी हैं. हालांकि कभी-कभी किसी तरह इसका इस्तेमाल किया जाता है.
सदर अस्पताल में पुरुष वार्ड के सामने दिखी गंदगी
वहीं, दूसरी ओर सिवान सदर अस्पताल के पुरुष वार्ड के ठीक सामने गंदगी दिखी. यहां कोरोना वायरस के लिए सैंपल लिया जाने वाला बॉक्स खुले में फेंका गया था. यहीं एक खराब एंबुलेंस भी खड़ी थी. इसके अलावा इस्तेमाल किया गया ग्लवस भी फेंका गया था. इस तरह खुले में मेडिकल वेस्टेज बीमारी को आमंत्रण दे रहा है. यहां इलाज कराने वालों में संक्रमण का भी खतरा बरकरार है.
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