कांग्रेस में घमासान के बीच पहली बार बिहार पहुंचेंगे नए प्रभारी भक्त चरण दास, ये होंगी चुनौतियां
पहली बार बिहार पहुंच रहे चरण दास अपनी तीन दिवसीय यात्रा में कल पहुंचते हीं प्रदेश कार्यालय वर्किंग कमिटी एडवाइजरी कमिटी सभी वर्तमान और पूर्व सांसद विधायक एमएलसी के साथ साथ फ्रंटल संगठनों के प्रदेश अध्यक्षों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे.
पटना :बिहार कांग्रेस के नए प्रभारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री भक्त चरण दास बिहार प्रभारी बनने के बाद कल पहली बार बिहार आ रहे हैं. अपनी तीन दिवसीय इस यात्रा में चरण दास कई बैठकें करेंगें.
कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास के तय कार्यक्रम ये होंगें
कांग्रेस में घमासान के बीच पहली बार बिहार पहुंच रहे चरण दास अपनी तीन दिवसीय यात्रा में कल पहुंचते हीं प्रदेश कार्यालय वर्किंग कमिटी एडवाइजरी कमिटी सभी वर्तमान और पूर्व सांसद विधायक एमएलसी के साथ साथ फ्रंटल संगठनों के प्रदेश अध्यक्षों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे. उसके बाद सभी वर्तमान सांसद विधायक और एमएलसी के साथ विचार-विमर्श कर पार्टी की रणनीति पर चर्चा करेंगे.
किसान आंदोलन को देखते हुए मंगलवार को प्रदेश जिला और प्रखंड स्तर के किसान सेल के नेताओं के साथ आगामी आंदोलन को लेकर भी विचार-विमर्श करेंगे 13 जनवरी को वह वापस दिल्ली लौट जाएंगे.
नए प्रभारी से बिहार कांग्रेस को बंधी उम्मीद
नए प्रभारी के बिहार आगमन को लेकर बिहार कांग्रेस के नेताओं में उत्साह नजर आ रहा है. कांग्रेस के एमएलसी और प्रवक्ता प्रेमचंद्र मिश्रा की माने तो नए प्रभारी के आगमन को लेकर बिहार कांग्रेस कमिटी ने अपनी तरफ से तैयारी पूरी कर ली है .इनके आगमन को लेकर प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि एक अनुभवी और लंबे राजनीतिक अनुभवी व्यक्ति का लाभ बिहार कांग्रेस को मिलेगा और पार्टी एक नई ऊर्जा के साथ बिहार में अपनी रणनीति तय करेगी.
कांग्रेस के नए प्रभारी पर बीजेपी ने ली चुटकी
कांग्रेस के नए प्रभारी भक्त चरण दास की बिहार आगमन को लेकर विपक्ष ने कसा तंज. बीजेपी प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल की माने तो कांग्रेस अगर किसान आंदोलन को लेकर भक्त चरण दास को रणनीति तय करने के लिए अगर बिहार भेजती है तो कांग्रेस की यह कोशिस उनके लिए सिफर साबित होगा क्योंकि बिहार के उनके बरगलावे में आने वाले नही हैं और बिहार में कांग्रेस की झूठी दलील चलने वाली नहीं है.
कांग्रेस पार्टी इसके पहले शक्ति सिंह गोहिल को बिहार का प्रभारी बनाकर बिहार में गुजरात मॉडल लाने की कोशिश में फेल हो गई. इस बार भक्त चरण दास को लाकर उड़ीसा मॉडल सेट करने में कितना सी सफल हो पाएगी यह कहना मुश्किल है क्योंकि जहां तक बीजेपी का आकलन है भक्त चरण दास सोनिया गांधी में अपनी भक्ति दिखाकर अब बिहार में तेजस्वी के चरणों में नतमस्तक होने आ रहे हैं.