पटना: नियोजन घोटाला मामले में आरोपित जेडीयू नेता मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाए जाने के बाद विवाद जारी है. विपक्ष लगातार सीएम नीतीश पर एक दागी को मंत्री बनाने को लेकर निशाना साध रही है. हालांकि, इन सभी विवादों के बीच मेवालाल चौधरी ने बुधवार को सूबे के मुखिया नीतीश कुमार से मुलाकात की. इससे पहले उन्होंने जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से मुलाकात की थी.


मिली जानकारी अनुसार मेवालाल चौधरी कल बतौर शिक्षा मंत्री पद भार ग्रहण करेंगे. हालांकि, विपक्ष लगातार उन्हें दागी बताकर सीएम नीतीश पर निशाना साधते हुए उन्हें कैबिनेट से हटाने की मांग कर रही है. मालूम हो कि जेडीयू नेता मेवालाल चौधरी पर कृषि विश्वाविधायल में वीसी रहते असिस्टेंट प्रोफेसर की बहाली में धांधली और घोटाले का आरोप लगा था. इस मामले में एफआईआर भी दर्ज है, लेकिन तीन साल बीत जाने के बावजूद अब तक चार्जशीट नहीं दाखिल नहीं हुआ है.


बता दें कि मेवालाल चौधरी नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं. 2010 में जब उनको जब कृषि विश्वविद्यालय, सबौर का कुलपति बनाया गया तो उनकी पत्नी नीता चौधरी जेडीयू से विधायक बनीं थीं. लेकिन जब नियोजन घोटाले में उनका नाम आया और तभी विपक्ष में रहे सुशील मोदी ने जब सदन में यह मुद्दा उठाया तो नीतीश कुमार को मेवालाल चौधरी को पार्टी से निष्कासित करना पड़ा था. हालांकि, जेडीयू ने 2015 में फिर उन्हें टिकट दिया, जिसके बाद वे तारापुर ने विधायक निर्वाचित हुए और इस बार उन्हें मंत्री बनाया गया है.


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