Amit Shah In Bihar: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को बिहार पहुंचे और सांप्रदायिक तनाव के कारण उनके रविवार के एक कार्यक्रम को रद्द किए जाने को लेकर BJP और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के बीच आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए. शाह पटना शहर के एक होटल में ठहरे हुए हैं, जहां उन्होंने देर शाम प्रदेश BJP नेताओं से मुलाकात की.
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के पटना फ्रंटियर का रविवार को प्रस्तावित दौरा रद्द कर दिया गया है. एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि जिस समारोह में शाह एसएसबी के नौ प्रतिष्ठानों को जनता को समर्पित करने और पटना फ्रंटियर के नए भवन के लिए 'भूमि पूजन' करने वाले थे, उसे ‘‘अपरिहार्य कारणों से रद्द कर दिया गया है.’’
शनिवार की शाम को यहां पहुंचे गृह मंत्री शाह अब एक जनसभा को संबोधित करने के वास्ते रविवार दोपहर में नवादा जिले के हिसुआ के लिए रवाना होंगे.
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BJP नेताओं के आरोप खारिज
BJP के प्रमुख रणनीतिकार माने जाने वाले शाह को रोहतास जिले के सासाराम शहर में आयोजित एक समारोह में भी भाग लेना था, जिसे रामनवमी शोभायात्रा के दौरान बृहस्पतिवार शाम से शुरू हुई सांप्रदायिक हिंसा के मद्देनजर स्थगित कर दिया गया. सासाराम में शुक्रवार को हिंसा की सूचनाएं सामने आईं. सासाराम समारोह मौर्य सम्राट अशोक की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाना था.
नीतीश कुमार सरकार ने BJP नेताओं के उस आरोप को खारिज कर दिया है कि शाह के समारोह में बाधा डालने के इरादे से सासाराम में 'जानबूझकर' धारा 144 लगाई गई.
रोहतास के जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने एक वीडियो बयान जारी कर कहा, ‘‘धारा 144 नहीं लगाई गई थी. ऐसा कोई आदेश मेरे द्वारा या संबंधित अनुविभागीय मजिस्ट्रेट द्वारा पारित नहीं किया गया था. सासाराम में शुक्रवार शाम तक व्यवस्था पूरी तरह बहाल हो गई. हमने एक दिन के लिए इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने जैसे प्रतिबंधों का सहारा लिया.’’
पुलिसकर्मियों को कारण बताओ नोटिस
बहरहाल, प्रदेश BJP ने सोशल मीडिया पर वीडियो क्लिप साझा की, जिसमें पुलिसकर्मियों को आम लोगों को घर के अंदर रहने की सलाह देते हुए देखा जा सकता है, इस घोषणा के साथ कि “धारा 144 लागू कर दी गई है.’’
जिलाधिकारी ने कहा, ‘‘हमने ऐसे पुलिसकर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.’’
इससे पूर्व शनिवार को पटना में सासाराम और बिहारशरीफ की घटना से संबंधित पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जो घटना घटी है वो बहुत ही दुःख की बात है और जरूर किसी ने इसमें गड़बड़ की है. हमने अधिकारियों को कहा है कि पता करें कि किसने गड़बड़ी की है? जैसे ही इसके बारे में पता चला तत्काल स्थिति को काबू किया गया.’’
कुमार ने कहा, ‘‘हमने अधिकारियों से कहा है कि गड़बड़ी करने वालों का पता लगाएं और उन पर कड़ी कार्रवाई करें. कोई जानबूझकर इस तरह का काम कर रहा है. सरकार पूरे तौर पर एक-एक चीज के लिए सतर्क.’’
जद (यू) के प्रवक्ता ने किया ये दावा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सासाराम में आयोजित कार्यक्रम के रद्द होने से संबंधित प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उसके बारे में मुझे नहीं पता है.’’
इस बीच, प्रदेश BJP प्रमुख सम्राट चौधरी और विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा सहित करीब 30 वरिष्ठ नेताओं द्वारा हस्ताक्षरित एक ज्ञापन राजभवन जाकर राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर को सौंपा गया. इसमें शाह के कार्यक्रम को रद्द होने के लिए प्रशासन की ‘‘विफलता’’ को जिम्मेदार ठहराया गया है.
जद (यू) के प्रवक्ता हिमराज राम ने एक बयान में दावा किया कि शाह का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है क्योंकि BJP सासाराम में भीड़ जुटाने में सक्षम नहीं थी.