पटनागोपालगंज के डीएम रहे जी कृष्णैया की हत्या मामले में सजा काट रहे आनंद मोहन आज शुक्रवार को सहरसा जेल से बाहर निकले. उनके निकलने से पहले जेल के गेट के बाहर समर्थकों की भीड़ जुटी थी. बिहार के जेल आईजी ने उन्हें 15 दिनों की पैरोल देने से संबंधित आदेश दे दिया था. पूरी तैयारी भी हो गई थी लेकिन अदालती कार्य पूरा नहीं हो सका था जिसके चलते आज दोपहर करीब 12:45 बजे आनंद मोहन जेल से बाहर निकले.


आनंद मोहन क्यों आ रहे हैं?


सात नवंबर को आनंद मोहन की बेटी सुरभि आनंद की रिंग सेरेमनी है. इसी में पैरोल पर आनंद मोहन बाहर आ रहे हैं. रिंग सेरेमनी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी आमंत्रित किया गया है. इसके अलावा कई वीआईपी को भी आमंत्रित किया गया है. बताया जाता है कि जिस लड़के से शादी होगी वह मुंगेर का रहने वाला है. मार्च में शादी होगी. आनंद मोहन की बेटी सुरभि आनंद पटना हाई कोर्ट की वकील हैं.






पहले ही आने वाले थे आनंद मोहन


शुक्रवार की दोपहर जब आनंद मोहन जेल से बाहर निकले तो उनका जोरदार स्वागत किया जाने लगा. लंबे समय तक जेल में रहने और पहली बार पैरोल पर बाहर आने के कारण इंटरनेट मीडिया पर बुधवार से ही इसको लेकर चर्चा जारी है. फ्रेंड्स ऑफ आनंद के जिलाध्यक्ष अजय कुमार सिंह बबलू ने कहा कि पैरोल से हमलोग ज्यादा खुश नहीं हैं. हालांकि 15 दिन के लिए भी निकले हैं तो खुशी की बात है. उनके चाहने वालों में खुशी है. पैरोल का जो भी नियम है उसका पालन करेंगे. बेटी की शादी में एक पिता की जो भूमिका होती है वो आनंद मोहन निभाएंगे.


 


पत्नी लवली आनंद भी पहुंचीं


आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद  भी सहरसा जेल गेट पर मौजूद थीं. पति के बाहर आने का वो भी इंतजार करती दिखीं. आनंद मोहन के जेल से बाहर निकलते ही सबके चेहरे पर खुशी थी. जेल से निकलने के बाद वो सबसे पहले अपनी मां गीता देवी से मिलने पहुंचे. अब वो पारिवारिक समारोह की तैयारी में जुटेंगे.


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