हाजीपुर: बिहार के हाजीपुर में दलित आईपीएस ऑफिसर की हत्या के आरोपी पूर्व सांसद और बाहुबली आनंद मोहन की रिहाई को लेकर चिराग पासवान ने आपत्ति जताई है. इसे लेकर उन्होंने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए नियम में बदलाव किए हैं और हत्या के आरोपी को रिहा किया है. दलित परिवार के साथ अन्याय हुआ है. बाहुबली आनंद मोहन की रिहाई को चिराग पासवान ने सरासर गलत बताया है.
क्या आनंद मोहन को उस समय फंसाया गया था?
सांसद चिराग पासवान ने नीतीश सरकार से तीखे सवाल पूछते हुए कहा कि नीतीश कुमार अक्सर कहा करते थे कि न हम किसी को फंसाते हैं न किसी को बचाते हैं तो क्या आनंद मोहन को उस समय फंसाया गया था? क्या बताया जा रहा है. घटना जो भी हुआ है लेकिन एक दलित परिवार के साथ अन्याय हुआ है यह सरासर गलत है. उन्होंने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि जो अपराधी हैं उसे रिहा कर रहे हैं बात सिर्फ आनंद मोहन की नहीं है उनके साथ 26 से 27 लोग जो अपराधिक मामले में सजायाफ्ता थे उनको भी छोड़ा जा रहा है कहीं ना कहीं जात पात और चुनावी महत्वाकांक्षी के लिए नीतीश कुमार ने यह फैसला लिया है यह फैसला सरासर गलत है.
नीतीश सरकार की मंशा पर उठाये सवाल
चिराग पासवान ने नीतीश कुमार से साफ तौर पर सवाल किया और कहा कि बिहार में जिस तरीके से शराबबंदी और बालू माफिया और शराब माफिया के विरुद्ध जो भी पदाधिकारी करवाई में लगे हुए हैं क्या वह अधिकारी सही रूप से करवई कर पाएंगे? क्योंकि अपराधियों का संरक्षण सरकार खुद दे रही है और अपराधी को पता होगा कि हम अपराध करेंगे तो छूट जाएंगे ऐसे में अधिकारियों का काम करना मुश्किल हो जाएगा.
हालांकि बाहुबली आनंद मोहन की रिहाई के बाद बीजेपी के कुछ नेता उनके समर्थन में भी बयान दे रहे हैं और कुछ रिहाई का विरोध भी कर रहे हैं जिसको लेकर चिराग पासवान ने कहा कि भले ही भाजपा अपनी ज्ञान दे रहा होगा लेकिन मेरा साफ तौर पर कहना है कि आनंद मोहन की रिहाई सरासर गलत है कहीं ना कहीं एक दलित परिवार को इंसाफ नहीं मिला है और उनके साथ अन्याय हुआ है. हत्या जैसे मामले में सरकार कानून को बदल कर रिहा कर रही है यह साफ तौर पर गलत है.
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