सहरसापूर्व सांसद और बाहुबली आनंद मोहन (Anand Mohan) पैरोल खत्म होने के बाद बुधवार (26 मार्च) को मंडल कारा सहरसा के लिए चले गए. इसके बाद अब उनके स्थायी रूप से जेल से बाहर निकलने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. पूर्व सांसद 15 दिनों की पैरोल पर अपने बेटे और शिवहर से आरजेडी के विधायक चेतन आनंद (Chetan Anand) की सगाई में शामिल होने के लिए पैरोल पर आए थे. जेल जाने से पहले हाथ जोड़ते हुए आनंद मोहन प्रणाम कह गए. 


'अब कोई नया नहीं...'


बुधवार को करीब 12 बजे सहरसा स्थित एक होटल से निकलने के दौरान पूर्व सांसद आनंद मोहन ने चलते-चलते मीडिया के सवालों का जवाब दिया. कहा कि जेल जाने का प्रोग्राम है. अभी कुछ नहीं बोलेंगे. निकलकर बोलेंगे. आनंद मोहन ने कहा कि जितना सवाल जवाब होना था वह सब बोल चुके हैं. अब कोई नया नहीं है. आईएएस संगठन के विरोध को लेकर किए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि वह सबको प्रणाम करते हैं. और मेरा प्रणाम बोल दीजिएगा. उन्होंने ये भी कहा कि सब सियासी सवालों का भी वो जवाब देंगे.


आनंद मोहन की वकील ने क्या कहा?


आनंद मोहन की पैरोल आज 12 बजे खत्म हो गई. कागजी प्रक्रिया जेल में हो चुकी है. इस पूरे मामले में आनंद मोहन की वकील संगीता सिंह ने कहा कि सुपौल, मधेपुरा में उनपर (आनंद मोहन) जो भी केस चल रहा था सब खत्म हो गया है. वहां से क्लीयरेंस आ गया है. देहरादून में एक मामला चल रहा था. वहां से भी क्लीयरेंस आज शाम तक आ जाएगा. कल (गुरुवार- 27 अप्रैल) रिहाई हो जाएगी.


'अब विरोध से कुछ नहीं होगा'


आनंद मोहन डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे. जी कृष्णैया की पत्नी उषा देवी ने रिहाई का विरोध किया है. कोर्ट जा सकती हैं. आईएएस एसोसिएशन भी रिहाई का विरोध कर रहा है. इस पर आनंद मोहन की वकील ने कहा कि इन सब के कारण रिहाई में कोई दिक्कत नहीं होगी. एक बार रिहाई के आदेश पर मुहर लग गई तो दोबारा उस पर रिवीजन नहीं हो सकता.


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