सहरसा: पटना में 23 जून को विपक्षी एकता को लेकर होने वाली बैठक पर देश भर की नजर है. देश भर के नेताओं की ओर से प्रतिक्रिया लगातार आ रही है. सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) इसकी अगुवाई कर रहे हैं तो वहीं बीजेपी लगातार हमलावर है. इन सबके कुछ महीने पहले ही जेल से बाहर आए पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह (Anand Mohan Singh) ने विपक्षी एकता को लेकर बुधवार (21 जून) को बड़ी बात कह दी है. सीएम नीतीश कुमार का नाम लिए बिना उन्होंने भविष्यवाणी भी कर दी.
आनंद मोहन बोले- यह गंभीर व्यक्ति की गंभीर पहल
आनंद मोहन सिंह बुधवार को सहरसा के सर्किट हाउस में पहुंचे थे. सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महागठबंधन की सरकार की जमकर तारीफ की. 23 जून को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक पर कहा कि मैं पहले भी कह चुका हूं कि ये गंभीर व्यक्ति की गंभीर पहल है. बिहार की कोई भी पहल आजतक असफल नहीं हुई है.
पूर्व सांसद आनंद मोहन ने यह भी कहा कि इसमें जो भी पहल कर रहे हैं मैं उनका स्वागत करता हूं. स्वागत करूंगा. इस मौके पर आनंद मोहन के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गणेश्वर प्रसाद सिंह, आरजेडी के जिलाध्यक्ष मोहम्मद तारिक, फ्रेंड्स ऑफ आनंद के जिलाध्यक्ष अजय कुमार बबलू, अनिल यादव, अमित कुमार सहित कई कार्यकर्ता और नेता मौजूद थे.
एम्स को लेकर पूर्व सांसद ने क्या कहा?
आनंद मोहन ने कहा कि जो छह एम्स की घोषणा की गई थी उसमें सहरसा ही एक जगह है जहां 218 एकड़ जमीन उपलब्ध है. इसके बावजूद जो पक्षपात हो रहा है ये ठीक नहीं है. जिस तरह से यहां एक-एक क्षेत्रीय कार्यालयों को चाहे शिक्षा, चिकित्सा या कोई अन्य क्षेत्र हो सबको हटाने की साजिश चल रही है. यह बहुत शर्मनाक है. इन सबके खिलाफ आक्रोश है. तीन जुलाई को हम लोग तय करेंगे और इसी महीने में एक ऐतिहासिक बंद की घोषणा करेंगे. चक्का जाम करेंगे.
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