गया: बिहार में जेल से रिहा होने के बाद बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन (Anand Mohan) रविवार को गया पहुंचे. गया के कोशडिहरा में महाराणा प्रताप के प्रतिमा पर उन्होंने माल्यार्पण किया. इस दौरान आयोजित सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने बीजेपी (BJP) पर जमकर हमला बोला. बीजेपी पर इशारा करते हुए कहा कि हम तो नाम भी नहीं लेना चाहते हैं. ईडी, आयकर, सीबीआई है और बीटीम में गोदी मीडिया है. इस देश में मीडिया का स्तर गिरा है.डिबेट के नाम पर गाली गलौज होती है. माननीय का काला चिट्ठा मेरे पास है अगर खोलना चाहेंगे तो इज्जत नहीं बचेगी. जरूरत पड़ेगी तो अब नंगा करेंगे.
मरते दम तक स्वाभिमान से कोई समझौता नहीं- आनंद मोहन
आनंद मोहन ने कहा कि 3 अक्टूबर 2007 से सजा के बाद नेल्सन मंडेला के संघर्ष के बाद लोगों ने मेरे लिए संघर्ष किया है. आज बिहार और देश बंटा है. आनंद मोहन फिर से जेल में जाए यह लोग सोचते हैं. आप सुप्रीम कोर्ट जाइए मुझे भरोसा है. आप जीतकर नहीं आइएगा. प्यार से कोई मांगेगा तो गर्दन काटकर दे देंगे लेकिन अगर कोई झूठा काम करेगा तो पब्लिक के बीच नंगा कर दूंगा. मरते दम तक स्वाभिमान के साथ मेरे से कोई समझौता नहीं होगा.
'यह राजपूत के इतिहास को हटाना चाहते हैं'
पूर्व सांसद ने कहा कि बीजेपी ने सारे मीडिया को खरीद लिया है. देश की तरक्की, किसानों की सब्सिडी के लिए पैसा नहीं लेकिन विधायक को खरीदने के लिए पैसा है. नोटबंदी के दौरान एक पार्टी का बिल्डिंग और ऑफिस बन रहा था. कहते हैं चौकीदार सजग है तो राहुल गांधी ने ठीक कहा चौकीदार ही चोर है. जब राजा होगा व्यापारी तो प्रजा भिखारी होगा. रेल, सेल, एलआईसी, स्टेशन सब बिक गए. आनंद मोहन निकल गया खतरा इससे नहीं है सबकी पोल खुल जाएगी यह खतरा है. मुगल को लुटेरा बता रहे हैं. यह राजपूत के इतिहास को हटाना चाहते हैं. नारंगी वाले शासन में आते है तो यही होता है. आनंद मोहन के बहाने राजपूत और दलित के बीच लड़ाई कराना चाहते हैं.
आनंद मोहन ने बीजेपी को लिए आड़े हाथों
आनंद मोहन ने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि घटना ऑन ड्यूटी नहीं ऑन वे हुई थी. एक साजिश पूर्ण तरीके से सुप्रीम कोर्ट में लेकर गए हैं. अब हमको कहां भेजोगे जहां से आए हैं वहां जाने के लिए क्या, डराओ नहीं. 23 नवंबर को रैली का आयोजन होगा. यहां बताएंगे कि सच्चा कौन और झूठा कौन है. आनंद मोहन डॉन, बाहुबली है यह जनता तय करेगी. आनंद मोहन को बदमाश कह सकते हो लेकिन चोर नहीं. एक पार्टी फंसाया एक पार्टी ने सजा करवाया, इसके खिलाफ नहीं बोलते है. यह लोग कहते हैं हम तो लालू से भी लड़े. उस समय बीजेपी हटिया बाजार की पार्टी थी.