एक रुपये किलो दाम सुनकर आया गुस्सा, किसान ने गोभी की तैयार फसल पर चला दिया ट्रैक्टर
किसान की मानें तो गोभी की खेती में चार हजार रुपए प्रति कट्ठा का खर्च आता है. लेकिन मंडी में गोभी एक रुपए किलो भी नहीं बिकती. इस बात से नाराज किसान ने अपनी तैयार फसल पर ट्रैक्टर चलाकर उसे नष्ट कर दिया.
समस्तीपुर: देश में केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानून के विरोध में किसानों का आंदोलन जारी है. इस बीच बिहार के समस्तीपुर जिले से सोमवार ऐसी खबर सामने आई जिसने सबको हैरान कर दिया. दरअसल, जिले के मुक्तापुर में गोभी की फसल का उचित दाम नहीं मिलने से नाराज किसान से कई बीघा में लगे गोभी की फसल पर ट्रैक्टर चलाकर उसे नष्ट कर दिया.
किसान की मानें तो गोभी की खेती में चार हजार रुपए प्रति कट्ठा का खर्च आता है. लेकिन मंडी में गोभी एक रुपए किलो भी नहीं बिकती. इस बात से नाराज किसान ने अपनी तैयार फसल पर ट्रैक्टर चलाकर उसे नष्ट कर दिया. फसल पर ट्रैक्टर चलाने के बाद पीड़ित किसान ने बताया कि पहले तो गोभी को मजदूर से कटवाना पड़ता है, फिर अपने खर्च से बोरा देकर उसे पैक करवाना होता है.
पैकिंग के बाद ठेला या किसी अन्य गाड़ी की मदद से उसे मंडी पहुंचाना पड़ता है. लेकिन मंडी में दुकानदार एक रुपए प्रति किलो भी गोभी की फसल खरीदने को तैयार नहीं हैं. ऐसे में मजबूरन उसे अपनी फसल पर ट्रैक्टर चलाना पड़ा है.
वहीं, पीड़ित किसान ने कहा कि यह दूसरी बार उसकी फसल बर्बाद हुई है. इससे पहले भी उसकी फसल को कोई खरीदने वाला नहीं था. ऐसे में अबकी बार वह अपनी जमीन पर गेहूं की बुआई करेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से एक रुपया लाभ नहीं मिल रहा है. इससे पहले उनका काफी गेहूं भी खराब हो गया था. इसके बाद सरकार की तरफ से केवल एक हजार 90 रुपए का मुआवजा मिला था.