पटना: IPS अधिकारी और पटना के सिटी SP विनय तिवारी को BMC के अधिकारियों द्वारा जबरदस्ती क्वारंटीन किए जाने से बिहार पुलिस के DGP गुप्तेश्वर पांडेय नाराज हैं. ऐसे में गुरुवार को इस मुद्दे पर बात करते हुए उन्होंने कहा " हम केवल आज भर इंतजार करेंगे, उसके बाद हम इस मामले को लेकर कोर्ट भी जा सकते हैं. BMC अधिकारी जल्द कोई फैसला लें."





DGP ने कहा " हमारे अधिकारी विनय तिवारी मुम्बई पुलिस को सूचना देकर गए थे. सीनियर एसपी ने इस संबंध में पत्र लिखा था और IPS मेस में अकॉमोडेसन का अनुरोध किया था. मैंने भी वहां के DGP को SMS किया है और उसमें स्पष्ट लिखा है कि केवल 3 दिनों के लिए वो जांच को दिशा देने के लिए जा रहे हैं. विनय गए IPS मेस नहीं मिला वो अलग बात है. उसके बाद वो जहां ठहरे थे वहां आधी रात को जाकर BMC के पदाधिकारियों ने बिना कोरोना जांच किए उनके हाथ में ठप्पा मारकर क्वारंटीन कर दिया कि मतलब आप अब बाहर निकलकर जांच नहीं कर सकते, किसी का बयान नहीं ले सकते. यह एक तरह का हाउस अरेस्ट है."


उन्होंने कहा, " जब हमें इसकी जानकारी मिली, हमने BMC के चीफ को पत्र लिखा उन्हीं के नियम कानून का हवाला देते हुए. हमने लिखा कि इसमें अजम्पसन का प्रावधान है, हमारे IPS ड्यूटी के लिए आपको सूचना देकर गए हैं, इनको अजम्पसन दे दीजिए. लेकिन इसका जवाब जो उन्होंने दिया उसका सार यही है कि हम अजम्पसन नहीं देंगे. कल सुप्रीम कोर्ट ने भी यह ऑब्सर्व किया कि बिहार के IPS अधिकारी को जो मुंबई में क्वारंटीन किया गया है वो गलत है. वो अनप्रोफेशनल तरीका है. सुप्रीम कोर्ट के ऑब्जरवेशन के बाद पटना के IG ने फिर BMC के अधिकारियों से संपर्क किया और बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने भी यह माना की यह गलत है, उसके बाद भी कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला."


गुप्तेश्वर ने कहा, " मुझे रात तक उम्मीद थी कि वो छोड़ देंगे, लेकिन रात में 11 बजे जब मैंने विनय तिवारी को फ़ोन किया तो पता चला कि वो अभी भी क्वारंटीन हैं मतलब एक तरह से हाउस अरेस्ट हैं. हमने अपने सरकार को यह बात बता दिया है. महाधिवक्ता से आज राय लेंगे, आज भर और इंतजार करेंगे, उसके बाद कल हमलोग तय करेंगे कि क्या करना है, कोर्ट भी जा सकते हैं. यह एक ऑप्शन है लेकिन यह तय करेंगे आज भर इंतजार करने और महाधिवक्ता से राय लेने के बाद."