जम्मू कश्मीर में बिहारियों की हत्या से गुस्साए तेजस्वी बोले- 'अन्याय के साथ विनाश' NDA सरकार का मूल मंत्र
तेजस्वी यादव ने कहा, " मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बिहारी की जान की कीमत दो लाख रुपए लगा कर बिना कोई संवेदना प्रकट किए फिर सुषुप्त अवस्था में चले जाएंगे."
पटना: जम्मू कश्मीर में आतंकियों द्वारा बिहार के लोगों की हत्या के बाद सूबे का सियासी पारा चढ़ गया है. विपक्ष के नेता इस मुद्दे पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को घेर रहे हैं. इसी क्रम में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने सीएम नीतीश पर हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, " डबल इंजन सरकार की बिहारवासियों पर डबल मार पड़ रही है. बिहार में नौकरी-रोजगार देंगे नहीं, बाहर जाओगे तो मार दिए जाओगे.”
नीतीश कुमार पर साधा निशाना
तेजस्वी ने कहा, " मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बिहारी की जान की कीमत दो लाख रुपए लगा कर बिना कोई संवेदना प्रकट किए फिर सुषुप्त अवस्था में चले जाएंगे. सर्पदंश और ठनके से मौत पर बिहार सरकार 4 लाख का मुआवज़ा देती है लेकिन सरकार की नाकामी के कारण पलायन कर रोजी-रोटी के लिए बाहर गए बिहारी श्रमवीरों को आतंकवादियों द्वारा मारे जाने पर 2 लाख रुपए देती है. गजब. अन्याय के साथ विनाश ही नीतीश-भाजपा सरकार का मूल मंत्र है."
सर्पदंश और ठनके से मौत पर बिहार सरकार 4 लाख का मुआवज़ा देती है लेकिन सरकार की नाकामी के कारण पलायन कर रोजी-रोटी के लिए बाहर गए बिहारी श्रमवीरों को आतंकवादियों द्वारा मारे जाने पर 2 लाख रुपए देती है। गजब!
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 18, 2021
“अन्याय के साथ विनाश” ही नीतीश-भाजपा सरकार का मूल मंत्र है।
चिराग पासवान ने साधा निशाना
बता दें कि तेजस्वी ही नहीं एलजेपी (रामविलास) के अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान ने भी इस मुद्दे ट्वीट कर सीएम नीतीश पर निशाना साधा है. साथ ही उनसे सवाल भी किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, " बिहार का बेटा कश्मीर में मारा जा रहा है. आजीविका कमाने गया था, मौत मिली. जहां सुरक्षा का खतरा है, वहां बिहार के लोगों को क्यों जाना पड़ा, क्योंकि बिहार में काम नहीं है. नीतीश कुमार से सवाल है- अगर बिहार में रोजगार होता तो क्या कश्मीर में आतंकियों की गोली का निशाना बनना पड़ता?"
बिहार का बेटा कश्मीर में मारा जा रहा है। आजीविका कमाने गया था, मौत मिली। जहां सुरक्षा का खतरा है वहां बिहार के लोगों को क्यों जाना पड़ा, क्योंकि बिहार में काम नहीं है ?
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) October 18, 2021
नीतीश जी से सवाल है- अगर बिहार में रोजगार होता तो क्या कश्मीर में आतंकियों की गोली का निशाना बनना पड़ता ?
जम्मू कश्मीर में बीते कुछ दिनों में हुए आतंकी हमले में अब तक बिहार के चार लोगों की मौत हो गई है. रविवार को हुए हमले में अररिया के दो लोगों की मौत हो गई, जबकि इससे पहले भागलपुर के वीरंजन पासवान और बांका के अरविंद कुमार शाह की आतंकियों ने हत्या कर दी थी. ये दोनों श्रीनगर में रहकर गोलगप्पे बेचने का काम करते थे. एक के बाद एक चार-चार बिहारियों के जम्मू कश्मीर में मारे जाने के बाद सियासी बवाल मचा हुआ है.
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