पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सत्ता में आने के बाद से लगातार राज्य की बच्चियों और महिलाओं को सशक्त बनाने में जुटे हुए हैं. इस बाबत उन्होंने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं और ले रहे हैं. बीते दिनों उन्होंने राज्य की बेटियों के लिए राज्य के सभी इंजीनियरिंग-मेडिकल कॉलेज में 33% सीट आरक्षित करने की घोषणा की थी. वहीं, अब उन्होंने राज्य की महिलाओं के लिए एक और बड़ा एलान किया है.
महिला पुलिस पदाधिकारी की सभी थानों में पदस्थापना
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शुक्रवार को आयोजित विधि व्यवस्था संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी थाना क्षेत्रों में रात्रि गश्ती को और सुदृढ़ करें. सभी थानों में नियमित रूप से रात्रि गश्ती को सुनिश्चित करें. साथ ही सभी थानों में महिला पुलिस पदाधिकारी या महिला पुलिस की पदस्थापना निश्चित रूप से हो. इससे थाने में शिकायत लेकर आने वाली महिलाओं का मनोबल बढ़ेगा और उनकी शिकायतों का समाधान भी सहज ढंग से हो सकेगा.
लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी
मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि अपराध नियंत्रण को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. गड़बड़ी करने वाले लोगों को चिन्हित कर उन पर कड़ी कार्रवाई करें. उन्होंने कहा कि जमीन से संबंधित आपसी विवाद को खत्म करने के लिए महीने में एक बार जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक, 15 दिनों एक बार एसडीओ और एसडीपीओ और सप्ताह में एक दिन अंचल अधिकारी और थानाध्यक्ष नियमित रूप से बैठक करें. शनिवार को चौकीदार परेड हो, ताकि वे गांव से जुड़ी समस्याओं की जानकारी थाने को दे सकें.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि स्पीडी ट्रायल में तेजी लाकर सजा की दर बढ़ायी जाए. इंवेस्टीगेशन के कार्य को बेहतर तरीके से अंजाम दें ताकि अपराधियों को सख्त सजा दिलायी जा सके. अपराध का विश्लेषण जिला, अनुमंडल और थानावार करते रहें ताकि विधि-व्यवस्था हर हाल में मेंटेन रहे.
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