आरा: आरा जिले में जेडीयू नेता की गुंडागर्दी देखने को मिली, जहां राजनीतिक हनक दिखाते हुए उन्होंने वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी में घुसकर एक प्रोफेसर की जमकर पिटाई कर दी. वहीं, जब इस मामले में उसके खिलाफ केस दर्ज हुआ तो वो फरार हो गए. फिलहाल, भोजपुर एसपी हरकिशोर राय उनकी तलाश में जुटे हुए हैं. उन्होंने जल्द ही आरोपी जेडीयू नेता के गिराफ्तारी की बात कही है.


जेडीयू नेता ने प्रोफेसर के साथ की गाली-गलौज


बता दें कि मामला आरा-नवादा थाना क्षेत्र के वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी कैंपस का है, जहां जेडीयू के कला, संस्कृति प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष जितेंद्र पांडेय ने दिनदहाड़े कैंपस में घुसकर एक प्रोफेसर की पिटाई की है. इस संबंध में पीड़ित प्रोफेसर डॉ.अमरेंद्र नारायण बताया कि 13 अगस्त को करीब साढ़े तीन बजे वह विज्ञान भवन से प्रशासनिक भवन जा रहे थे. इस दौरान जेडीयू नेता जितेंद्र पांडेय ने उनके ऊपर हमला कर दिया. उन्होंने बताया, " जेडीयू नेता ने मेरे साथ गाली-गलौज और धक्का-मुक्की करते हुए मुझे जोरदार थप्पड़ मार दिया, जिससे मेरा चश्मा भी टूट गया."


प्रोफेसर से हैं कई लोग नाराज


इधर, इस घटना के बाद ये बात सामने निकल कर आई कि डॉ.अमरेन्द्र नारायण से विश्वविद्यालय के अंदर के कई पुराने लोग नाराज चल रहे थे. डॉ.नारायण ने बतौर कंप्यूटर निदेशक रहते यूनिवर्सिटी के अंदर चल रहे धांधली पर नकेल कस दिया था. दूसरी ओर विश्वविद्यालय में परीक्षा विभाग के रिजल्ट को तैयार के लिए निजी कंपनी को ठेका दिया जाता था. जानकर बताते हैं कि इसमें लाखों की कमीशन उगाही जाती थी. जिसपर डॉ. अमरेन्द्र नारायण के काम के कारण रोक लगाने में सफलता हासिल हुई थी.


किसी ने नहीं दिया प्रोफेसर का साथ


जब डॉ. अमरेन्द्र नारायण के साथ यूनिवर्सिटी के कैंपस में इस प्रकार की घटना हुई तो किसी ने भी उनका साथ नहीं दिया. उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी उन्होंने फ़ौरन कुलपति को दी. लेकिन एफआइआर दर्ज करने में पांच दिनों का समय गुजर गया. इस गंभीर मामले को रफा-दफा करने और कानूनी कार्रवाई नहीं करने को लेकर उनके ऊपर दबाव भी बनाये गए. उल्टे हमलावर कानून से बचने के लिए एक अनजान लड़की से छेड़छाड़ करने के आरोप में पीड़ित प्रोफेसर के खिलाफ ही थाने में मामला दर्ज करा दिया.


विदेश से पढ़ाई करके लौटे हैं वापस


पीड़ित प्रोफेसर डॉ. अमरेन्द्र नारायण वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी में काफी तेज तर्रार और विद्वान शिक्षक माने जाते हैं. विदेश में अपना बेहतर कैरियर छोड़कर बिहार की सेवा के लिए उन्होंने वीर कुंवर सिंह विवि में योगदान किया है. वह मूल रूप से भोजपुर जिले के बड़हरा गांव के रहने वाले हैं. जिन्होंने अमेरिका के वर्जिनिया में न्यूक्लियर साइंस में शोध किया है. मुंबई आइआइटी से लेकर रांची यूनिवर्सिटी तक कई जगहों से ऑफर आए, लेकिन उन्होंने कहीं और न जाकर अपनी जन्मसभूमि की सेवा करने का डिसीजन लिया.


प्रोफेसरों ने की घटना की निंदा 


फिजिक्स के प्रोफेसर और कंप्यूटर सेंटर इंचार्ज अमरेंद्र नारायण को न्याय दिलाने के लिए ऑनलाइन पिटिशन पर हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है. अब तक कई लोगों ने उनके समर्थन में ऑनलाइन पिटिशन पर समर्थन जाहिर किया है. बिहार के कई यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले प्रोफेसरों ने इस घटना की निंदा सोशल मीडिया पर की है. साथ ही भोजपुर के एसपी हरकिशोर राय से भी अमरेंद्र नारायण ने मुलाकात कर दोषी पर कार्रवाई की मांग की है.


 

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