अररियाफारबिसगंज अनुमंडल के कन्या प्राथमिक विद्यालय मटियारी में गुरुवार को मध्याह्न भोजन (MDM) खाने से करीब सौ बच्चे बीमार हो गए. विद्यालय प्रबंधक और स्थानीय लोगों की मदद से सभी बच्चों को अनुमंडल अस्पताल फारबिसगंज में भर्ती कराया गया. उपचार कर रहे चिकित्सकों ने सभी बच्चों को खतरे से बाहर बताया है. एमडीएम छिपकली होने की आशंका जताई जा रही है.


घटना की सूचना मिलते ही एसपी अशोक कुमार सिंह, फारबिसगंज एसडीएम सुरेंद्र कुमार अलबेला, एसडीपीओ रामपुकार सिंह, डीपीओ(एमडीएम) आनंद कुमार, थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेन्दु, विधायक विद्यासागर केशरी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली. एसपी ने बताया कि जांच की जा रही है. जो भी दोषी होंगे उसे किसी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा.


यह भी पढ़ें- Prashant Kishor News: प्रशांत किशोर का बड़ा बयान, CM नीतीश कुमार से की थी मुलाकात, खुद बताई पूरी बात 


क्या कहते हैं विद्यालय प्रबंधक


विद्यालय प्रबंधक ने बताया कि एनजीओ के माध्यम से विद्यालय में एमडीएम दी जाती है. बच्चे एमडीएम खाने लगे. कुछ देर बाद बच्चों को उल्टी होने लगी और सिर घूमने लगा. कुछ बच्चों ने बताया कि एमडीएम में छिपकली है. सभी लोग घबरा गए. स्थानीय लोगों की मदद से सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया.


बदनाम करने की साजिश


फारबिसगंज एसडीएम सुरेंद्र कुमार अलबेला ने बताया कि स्कूल प्रबंधन की ओर से एमडीएम भोजन में छिपकली की अफवाह उड़ाने की भी शिकायत मिल रही है. विद्यालय प्रबंधक द्वारा षड्यंत्र तो नहीं रचा गया है या एनजीओ की लापरवाही तो नहीं है इस पर जांच चल रही है. बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने वालों को किसी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा.


स्कूल प्रबंधक ने पहले किया था विरोध


जानकारों की मानें तो विद्यालय में एक एनजीओ के माध्यम एमडीएम भेजा जाता है. पहले भी विद्यालय के एचएम ने एनजीओ के विरुद्ध आरोप लगाया था और सप्लाई बंद करने के लिए दबाव बनया था लेकिन एनजीओ मेन्यू के अनुसार एमडीएम भेजते रहे.


यह भी पढ़ें- Nawada Murder: नवादा में युवक की पीट-पीटकर हत्या, धान के खेत में मिली लाश, शरीर पर पाए गए जख्म के निशान