Araria Journalist Murder: पत्रकार हत्याकांड में एसपी ने आरोपितों के इतिहास का किया खुलासा, मामले में दी जानकारी
Araria News: पत्रकार हत्याकांड मामले को लेकर एसपी ने कहा कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार नामजद आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है. मामले में आगे जांच की जा रही है.
अररिया: जिले के रानीगंज थाना क्षेत्र के बेलसरा गांव निवासी पत्रकार हत्याकांड (Araria Journalist Murder) का पुलिस ने खुलासा किया है. 24 घंटे के भीतर चार नामजद आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. एसपी अशोक कुमार सिंह ने शनिवार को प्रेसवर्ता कर जानकारी दी. उन्होंने कहा कि शुक्रवार की सुबह एक दैनिक अखबार के पत्रकार विमल कुमार यादव को अपराधियों ने घर से बुलाकर गोली मार दी थी, जिसमें विमल यादव की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी. इस मामले में मृतक के पिता हरेंद्र प्रसाद सिंह के फर्द बयान पर आठ नामजद के विरुद्ध रानीगंज थाना में मामला दर्ज हुआ है.
पुलिस को मिली सफलता
एसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार नामजद आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है. दो नामजद आरोपित न्यायिक हिरासत में जेल में है, उसे भी रिमांड पर लेने की मांग की जा रही है. गिरफ्तार आरोपितों में विपिन यादव भरगामा थाना क्षेत्र के भरना गांव का निवासी है, जबकि भवेश यादव और आशीष यादव रानीगंज थाना क्षेत्र के बेलसरा गांव के रहने वाले हैं. चौथा आरोपित उमेश यादव रानीगंज थाना क्षेत्र के कोशिकापुर का निवासी है. सभी आरोपितों को सघन पूछताछ कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है. न्यायिक अभिरक्षा में बंद आरोपितों में रूपेश यादव बेलसरा गांव और कांति यादव कोशिकापुर उत्तर गांव के निवासी हैं. शेष दो आरोपितों की गिफ्तारी के लिए सघन छापामारी अभियान चल रहा है. बहुत जल्द उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
गिरफ्तार आरोपितों का है अपराधिक इतिहास- पुलिस
एसपी ने कहा कि गिरफ्तार सभी आरोपितों का अपराधिक इतिहास रहा है. आरोपित भवेश यादव के विरुद्ध पूर्व से भरगामा, बनमंखी, रानीगंज, बहादुरगंज किशनगंज थाना में हत्या, लूट सहित अन्य संगीन धराओं में मामला दर्ज है. विपिन यादव के विरुद्ध रानीगंज थाना में हत्या का कांड दर्ज है. माधव यादव के विरुद्ध भी पूर्व रानीगंज थाना में हत्या, लूट, हत्या का प्रयास सहित कई गंभीर चार मामले दर्ज हैं. शेष आरोपित अर्जून शर्मा, कांति यादव, रूपेश कुमार यादव का भी पूर्व से अपराधिक इतिहास रहा है.
सुरक्षा के लिए नहीं मिला था आवेदन
एसपी ने कहा कि मृतक विमल कुमार यादव के द्वारा एसपी कार्यालय एवं थाना में अपने सुरक्षा या सशस्त्र अनुज्ञप्ति से संबंधित कोई आवेदन नहीं दिया गया था. थाना स्तर पर भी मृतक द्वारा अपनी सुरक्षा से संबंधित कभी भी कोई मौखिक या लिखित रूप से शिकायत नहीं की गई थी.
ये भी पढ़ें: Bihar Crime News: बिहार के अररिया में सुबह-सुबह पत्रकार की हत्या, दरवाजा खटखटाया और निकलते ही मार दी गोली