मोतिहारी: खून पसीने की मेहनत से उगाए गए फलसों की किसानों को सही कीमत मिले इसके लिए सरकार ने राज्य में पैक्सों से धान की खरीद की व्यवस्था की है. लेकिन मौजूदा समय में पैक्स ही किसानों की परेशानी का कारण बना हुआ है. ताजा मामला प्रदेश के पूर्वी चंपारण का है, जहां पैक्सों की मनमानी से किसान हलकान हो रहे हैं. यहां किसानों को प्रति 105 क्विंटल धान देने पर केवल 82 क्विंटल धान की कीमत मिल रही है.


जानें क्या है पूरा मामला


मिली जानकारी अनुसार जिले के पैक्सों में प्रति 100 क्विंटल धान की अधिप्राप्ति के लिए पहले तो 105 क्विंटल धान देनी पड़ रही है. साथ ही किसानों को ही वजन कराई, भाड़ा, मिलर (धान कुटाई) के नाम पर 130 रुपया प्रति क्विंटल देना पड़ रहा है. इसके बावजूद किसानों को अनाज का वजन घटाकर धान अधिप्राप्ति की रसीद काट दी जाती है. वहीं, वो भी समय पर नहीं मिलती है. ऐसे में अगर किसान ने 105 क्विंटल धान पैक्स को दिए तो उन्हें केवल 82 क्विंटल का पेमेंट मिल रहा.


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इधर, पैक्स की इस मनमानी पर सियासी बवाल मच गया है. जिले के नरकटिया विधानसभा से विधायक डॉ. समीम अहमद ने पूरे मामले की जांच की मांग सरकार से की है. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार में विभिन्न विभागों में घोटाला चल रहा है. अफसरशाही बढ़ गई है. कई पदाधिकारी निगरानी के हत्थे चढ़े, फिर भी सुधार नहीं हो रहा. अन्नदाता की कड़ी मेहनत से उगाई गई उपज को पैक्स के माध्यम से लूटा जा रहा है. मगर ऐसा होने नहीं दिया जाएगा. सरकार ने इस लगाम नहीं लगाया तो आंदोलन होगा. 


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