आरा: बिहार के आरा में बदमाशों ने हवलदार के बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी. हत्या के बाद साक्ष्य छुपाने के लिए शव को पेट्रोल डालकर जला दिया. इसके बाद बोरी में लाश को भरकर कुरवा नहीं फेंक दिया. चौथे दिन सोमवार (27 नवंबर) को 18 वर्षीय ओमकेश सिंह के शव को पुलिस ने बरामद किया. नगर थाना क्षेत्र के मझौआ बांध स्थित दलपतपुर कुरवा नदी से शव मिला है.
हत्या के कारणों का खुलासा नहीं
परिजनों ने ओमकेश के दोस्तों पर ही हत्या करने का आरोप लगाया है. शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. 18 वर्षीय युवक ओमकेश सिंह मूल रूप से बक्सर का रहने वाला था. उसके पिता नागेंद्र सिंह सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर थाने में हवलदार हैं. हत्या क्यों की गई है इसके कारण का अभी तक खुलासा नहीं हो सका है.
दरअसल शुक्रवार की शाम युवक घर से निकला था. रात में खाने के समय पर घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने खोजबीन की लेकिन पता नहीं चला. बाद में पता चला कि युवक का एक दोस्त है जो इसे घटनास्थल पर नदी किनारे छोड़कर आया था. परिजन ने उसका नाम स्थानीय थाने की पुलिस को बताया.
पूछताछ पर उसने कहा कि घटनास्थल पर नदी किनारे लाकर छोड़ा था और वह भूंजा लाने चल गया था. उसके बाद वह वापस नहीं आया था. परिजन और पुलिस घटनास्थल पर पहुंचे जहां से युवक का खून से लथपथ टी-शर्ट मिला था. इसके बाद सोमवार की सुबह उसका शव नदी के किनारे से मिला. बोरी के अंदर बांध कर ईंट से शव को दबाया गया था. मुंह जला हुआ था. ऐसा लग रहा था कि उसके ऊपर अल्कोहल या पेट्रोल डालकर उसे जलाया गया है. उसके सीने में गोली मारने की भी बात कही गई है.
इस पूरे मामले में ममेरे भाई विकास कुमार ने युवक के आरोपी पांच दोस्तों पर ही उसकी हत्या का आरोप लगाया है. पुलिस ने मृतक के शरीर में उसके दाहिने कमर, पीठ, हाथ, बाया कान, कंधा, गर्दन कटा सीने में एक छेद का निशान पाया है. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच हो रही है.
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