Arrah News: बिहार के आरा में फाइलेरिया की दवा खाने से 39 बच्चे बीमार हो गए. सभी बीमार बच्चों को आनन-फानन में आरा सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. जहां सभी बच्चों की स्थिति सामान्य बताई जा रही है. गुरुवार को अभियान के तहत विद्यालयों में फाइलेरिया की दवा खिलानी थी. इसी क्रम में सुबह 12 बजे के करीब स्वास्थ्य विभाग की टीम उत्क्रमित मध्य विद्यालय सलेमपुर फाइलेरिया की दवा खिलाने पहुंची. दवा खिलाने के कुछ ही देर बाद स्कूल के बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी. बच्चों की तबीयत बिगड़ते देख स्कूल प्रशासन सकते में आ गया. सभी बच्चों को आरा के सदर अस्पताल में लाया गया.


बताया जाता है कि फलेरिया की दवा खाने से करीब 50 बच्चे बीमार हो गए जिसके बाद करीब 39 बच्चों को इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं, घटना की सूचना मिलने पर भोजपुर सिविल सर्जन, जिला शिक्षा पदाधिकारी, सदर अस्पताल उपाधीक्षक, सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड पहुंचकर मामले की जानकारी ली. वहीं, सभी इलाजरत बच्चे की स्थिति में सुधार हुआ है. 


सिविल सर्जन का आया बयान


वहीं, सिविल सर्जन शिवेंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि फलेरिया अनमोलन अभियान के तहत जिले में एल्बेंडाजोल, डीईसी और फलेरिया की दवा दी जा रही थी. इसके तहत 27, 28 और 29 को हमारा प्रोग्राम था. हालांकि 14 से ही हमारा प्रोग्राम चल रहा है जिसमें हम लोग डोर टू डोर दवा खिला रहे थे उसके बाद एक एक दिन रेस्ट करके स्कूल में सभी को देना था. आखिरी दिन में आज दवा देने के बाद बच्चे बीमार हुए. इस मामले का हम लोग जांच करेंगे.


पीड़ित छात्र ने क्या कहा?


वहीं, दवा खाने के बाद बीमार पड़ी सातवीं की छात्रा ने बताया कि हम लोग को तीन दवा खिलाई गई उसके बाद सिर में दर्द शुरू हुआ और बीमार पड़ गए. वहीं, एक और लड़का ने बताया कि तीन दवा दी गई फिर सिर दर्द हुआ उसके बाद बुखार हो गया. वहीं, जानकारी के बाद आरा के सांसद सुदामा प्रसाद सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचकर बच्चों और उनके परिजनों से मिल घटना की जानकारी ली. उन्होंने सरकार से मांग की है कि दवा खाने से बच्चे क्यों बीमार हुए? इसकी जांच कराई जानी चाहिए.


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