आरा: बिहार के आरा शहर में अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस जुटी हुई है. ऐसे में काम में लापरवाही बरतने को लेकर शाहाबाद रेंज के डीआईजी क्षत्रनील सिंह ने बड़ा एक्शन लिया है. डीआईजी ने आरा नगर थानाध्यक्ष आरबी चौधरी को सस्पेंड कर दिया है. थानाध्यक्ष पर कोर्ट के काम और चार्जशीट भेजने में लापरवाही का आरोप लगा है. बताया जा रहा है कि नगर थाना पुलिस की लापरवाही के कारण कुछ केस में जेल में बंद अपराधियों को 167 का लाभ मिल गया है. एसपी ने इसे काफी गंभीरता से लिया और नगर थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई के लिये अनुशंसा कर दी थी. इस आधार पर डीआईजी ने थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया. डीआईजी की ओर से सस्पेंशन की पुष्टि की गयी है. बताया कि भोजपुर एसपी की ओर से कार्रवाई की अनुशंसा की गयी थी. रिपोर्ट मिलते ही सस्पेंशन की कार्रवाई कर दी गई.


बताया जाता है कि पिछले साल अप्रैल महीने में सब्जी गोला स्थित आरण्य देवी मंदिर से सटे मार्केट की छत पर भलुहीपुर मठिया निवासी एक युवक की गर्दन काटकर हत्या कर दी गई थी. कांड में पकड़े गए एक आरोपित के खिलाफ ससमय चार्जशीट दाखिल नहीं किए जाने पर 167 के तहत जमानत का लाभ मिल गया था. इसी तरह टाउन थाना क्षेत्र के धरहरा, रघु टोला इलाके में घटित हत्या के मामले में पुलिस ने नुर नाम एक आरोपित को पकड़कर जेल भेजा था. संबंधित कांड में भी ससमय चार्जशीट समर्पित नहीं किए जाने के चलते आरोपित को जमानत का लाभ मिल गया. इसके बाद एसपी ने विभागीय कार्रवाई के लिए डीआइजी के पास अनुशंसा की थी. डीआइजी ने एसपी की अनुशंसा पर स्वीकृति की मुहर लगा दी है.


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अभी तक नए इंस्पेक्टर की नहीं हुई तैनाती


एसपी के अनुसार शहर में हाल में घटित घटनाओं एवं जेल में बंद आरोपितों को जमानत का लाभ मिलने के कारण यह कदम उठाया गया है. हालांकि, संबंधित थाना में अभी किसी नए इंस्पेक्टर की तैनाती नहीं की गई है. इसके अलावा अलग-अलग थानों में कार्यरत दारोगा एवं एएसआई रैंक के पांच अनुसंधानकर्ताओं से विभागीय कार्रवाई से पहले शो-काज किया गया है. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर वे भी नपेंगे. एसपी की इस सख्ती के बाद पुलिस महकमा में हड़कंप मच गया है.


पांच अनुसंधानकर्ताओं से शो-काज


एसपी ने अलग-अलग कांडों में ससमय चार्जशीट नहीं किए जाने एवं आरोपिततों को जमानत का लाभ मिलने के कारण अलग-अलग थानों में कार्यरत पांच दारोगा एवं एएसआई रैंक के अनुसंधानकर्ताओं से शो-काज किया है. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर निलंबन की कार्रवाई की जाएगी. सभी दारोगा एवं एएसआई आरा सदर, पीरो एवं जगदीशपुर अनुमंडल के थानों में कार्यरत बताए जाते है.


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