आरा: भोजपुर की नगरी पंचायत स्थित महादलित बस्ती में संदिग्ध बीमारी से दो बच्चों की मौत हुई है. हालांकि मौत किस बीमारी के कारण हुई ये स्पष्ट नहीं है. अब तक एक दर्जन बच्चे इस गंभीर बीमारी की चपेट में आ चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग के ओर से टीमें मंगलवार को भी जांच के लिए नगरी गांव पहुंची थी. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो यह बीमारी खसरा का टीका नहीं लेने के कारण फैली है.


स्वास्थ्य विभाग ये पता लगाने में जुटा है कि किनके घरों में बुखार के साथ साथ दाना यानी खसरा है या नहीं है. मंगलवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन के रीजनल टीम लीडर डॉ उज्जवल प्रसाद सिन्हा,एसएमओ डॉ आशीष कुमार तथा भोजपुर सिविल सर्जन डॉ सुरेश प्रसाद सिंह समेत कई स्वास्थ्य विभाग के बड़े पदाधिकारी हालात का जायजा लेने महादलित बस्ती में जांच पड़ताल करते दिखे. 


अब तक दो की हुई है मौतें


नगरी महादलित बस्ती के लोग गंदगी के बीच जीवन-बसर करने को मजबूर हैं. आरा-सासाराम स्टेट हाईवे के किनारे बसे होने के बाद भी टोले में न तो जल निकासी की व्यवस्था की गई है और न गलियों का पूरी तरह पक्कीकरण किया गया है. महादलित बस्ती में अचानक एक से चार वर्ष के बीच के बच्चों में खसरे के लक्षण मिले हैं. इस कारण बीते दिनों महादलित बस्ती निवासी अशोक राम के पुत्र प्रमोद कुमार (तीन साल) और अर्जुन राम की पुत्री खुशी कुमारी (तीन साल) की मौत हो गई. हालांकि मौत के वास्तविक कारणों का अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है.


डब्ल्यूएचओ समेत अन्य टीमें कर रहीं कैंप


बस्ती के बच्चों को बुखार के साथ-साथ त्वचा पर लाल रंग के दाने निकल आए थे. इसे लेकर परिजन घरेलू नुस्खे के साथ-साथ झोलाछाप डॉक्टर से इलाज करा रहे थे. इसके अलावा झाड़-फूंक का भी सहारा ले रहे थे. बीती शनिवार को तेज बुखार के कारण दो मासूम बच्चे की मौत हो गई. बच्चे की मौत मीजल्स बीमारी से हुई या अन्य कारण से यह स्पष्ट नहीं हो पाया, लेकिन लक्षण के अनुसार मिजिल्स आउटब्रेक के कारण ही मौत होने की आशंका जताई जा रही है. इस बीमारी की जानकारी मिलते ही डब्ल्यूएचओ की टीम व इम्यूनाइजेशन डीआईओ की टीम सहित अन्य चार स्वास्थ्य विभाग की टीम महादलित बस्ती में पहुंचकर स्वास्थ्य जांच शुरु कर की है.


रिपोर्ट आने के बाद मामला होगा स्पष्ट


बीमारी से निपटने व आक्रांत बच्चों की देखभाल के लिए चिकित्सकों की टीम सोमवार से ही गांव में कैंप कर रही है. इस कैंप में दो डॉक्टर, पांच एएनएम और एक जीएनएम 24 घंटे तैनात रहेंगे. बता दें कि अब तक 11 बच्चे संक्रमण की चपेट में आए हैं. सात बच्चों को बेहतर इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिनमें तीन साल की ग्यान्ति कुमारी. छह साल की राधा कुमारी, दो साल के राजमातो, तीन साल के कृष्णा, तीन साल की वर्षा कुमारी दो साल के राजगीर कुमार, ढाई साल के कृष्णा कुमार हैं. महादलित बस्ती के कई बच्चों का सैंपल कलेक्ट कर जांच के लिए पटना भेजा गया है. रिपोर्ट आने के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा.


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