Bihar News: आरा में बीते रविवार (09 मार्च, 2025) को रोड रेज के दौरान दो बदमाशों ने एक प्रॉपर्टी डीलर पर गोली चलाई थी. वारदात को अंजाम देकर भाग रहे आरोपियों को जगदीशपुर थाना की पुलिस ने घेर लिया था. अपने आप को पुलिस से घिरा देख आरोपियों ने फायरिंग कर दी थी. जवाबी कार्रवाई में दोनों बदमाश पुलिस की गोली का शिकार हो गए थे. अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसमें से एक बदमाश छोटू मिश्रा की इलाज के दौरान आज (बुधवार) मौत हो गई.
पिता ने पुलिस और डॉक्टर को ठहराया जिम्मेदार
छोटू मिश्रा के पिता जय प्रकाश मिश्रा ने अस्पताल के डॉक्टरों पर ठीक से इलाज न करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि दो दिन पहले से उनके बेटे को पटना के दानापुर अस्पताल में रेफर करने के लिए कहा गया था. पुलिस ने कहा कि डॉक्टर रेफर नहीं कर रहे हैं और डॉक्टर पुलिस पर ही आरोप लगा रही है. इसकी मौत के लिए पुलिस और डॉक्टर दोषी है.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि जगदीशपुर थाना कौरा गांव निवासी 36 वर्षीय पप्पू सिंह पेशे से प्रॉपर्टी डीलर हैं. रविवार को वे अपने गांव कौरा से अपने एक साथी के साथ तिलक समारोह में बक्सर के बगेन गोला जा रहे थे. इसी दौरान उनके गांव के पास ही बाइक सवार बदमाशों गाड़ी को ओवरटेक किया और ताबड़तोड़ छह राउंड फायरिंग कर दी. घटना में पप्पू सिंह को गोली लग गई. उन्हें आरा के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया.
शव रखकर किया लोगों ने प्रदर्शन
छोटू मिश्रा की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने हंगामा शुरू करते हुए शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया. परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन और पुलिस पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया.
2021 में गोली लगने से मां की हुई थी मौत
गौरतलब हो कि 2021 में आरा टाउन थाना क्षेत्र के शिवपुर-आनंद नगर मोहल्ले में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई थी. एक 50 वर्षीय महिला शैल देवी को गोली लगी थी. महिला जय प्रकाश मिश्रा की पत्नी थी. उसका पुत्र छोटू मिश्रा हत्या के मामले में फरार चल रहा था. फायरिंग में महिला को गर्दन के पास गोली लगी थी.
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