Bihar News: बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था कैसी है इसको लेकर अक्सर सवाल उठते रहे हैं. एक बार फिर लापरवाही वाली तस्वीर सामने आई है. मामला बिहार के आरा का है. आरा सदर अस्पताल (Arrah Sadar Hospital) की एंबुलेंस से मरीज नहीं यहां सामान ढोए जा रहे हैं. इमरजेंसी वार्ड के बाहर रविवार (08 दिसंबर) की रात कुछ ऐसा ही नजारा दिखा. बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Mangal Pandey) भी यह नजारा देख चौंक जाएंगे.


पटना से बोरे में सामान भरकर एंबुलेंस से आरा लाया गया. सामान को एम्बुलेंस के कर्मी स्ट्रेचर की मदद से इमरजेंसी वार्ड के अंदर ले गए. जबकि इन स्ट्रेचर की जब मरीजों को जरूरत होती है तो उन्हें समय पर नहीं मिल पाता है. ज्यादातर मरीजों के परिजन उन्हें गोद में या कंधे के सहारे डॉक्टर के पास ले जाते हैं. इस अस्पताल में पांच एंबुलेंस और एक शव वाहन है.


अस्पताल से नहीं आया कोई आधिकारिक बयान


एंबुलेंस से सामान लेकर जा रहे व्यक्ति से सवाल किया गया तो उसने बताया कि वो पटना से सामान भरकर लाया है. बोरा में बोर्ड है, जिसे इमरजेंसी में पहुंचाना था. उससे पूछा गया कि किसके कहने पर एंबुलेंस से सामान आया है तो उसने बताया कि सदर अस्पताल के अधिकारियों के कहने पर लाया गया है. हालांकि इस मामले में सदर अस्पताल के किसी भी अधिकारी का बयान नहीं आया है. सिविल सर्जन छुट्टी पर हैं.


जांच के लिए डीएम ने किया तीन सदस्यीय टीम का गठन


इस मामले में भोजपुर डीएम तनय सुल्तानिया ने कहा कि तीन सदस्य जांच टीम बनाई गई है कि किस परिस्थिति में ऐसा किया गया. जो भी वीडियो प्राप्त हुआ है इसकी पुष्टि के बाद हम लोग कार्रवाई करेंगे. एंबुलेंस मरीज को पटना छोड़ने के बाद वापस आने के दौरान अस्पताल का ही कुछ सामान लाया गया था. जो भी तथ्य सामने आए हैं उसकी जांच की जाएगी और कार्रवाई होगी.


यह भी पढ़ें: RJD विधायक मुकेश रोशन का कटेगा टिकट? फूट-फूटकर रोने लगे, कहा- 'तेज प्रताप यादव जहां से...'