Arrah News: घूसखोर हेड क्लर्क पर निगरानी ने कसा शिकंजा, घूस लेते रंगेहाथ किया गिरफ्तार, मचा हड़कंप
पीड़ित ने बताया कि तीन कट्ठा जमीन बेचने के लिए उन्होंने अंचल के चकबंदी कार्यालय में परमिशन लेटर हेतु आवेदन दिया था. लेकिन वहां टालमटोल किया जा रहा था. इसी बीच कार्यालय के हेड क्लर्क ने उनसे घूस मांगी.
आरा: निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, पटना की टीम ने मंगलवार को प्रदेश के आरा में घूसखोर हेड क्लर्क के खिलाफ कार्रवाई की. जिले के उदवंतनगर स्थित चकबंदी कार्यालय के समीप निगरानी की टीम ने छापेमारी कर विभाग के हेड क्लर्क को 25 सौ रुपये घूस लेते हुए रंगेहाथ दबोच लिया. घूस की ये रकम जमीन बेचने के परमीशन लेटर देने के एवज में वसूली जा रही थी.
घूसखोर हेड क्लर्क के पकड़े जाने की खबर शहर तथा आसपास के इलाकों में आग की तरह फैल गई. गिरफ्तार हेड क्लर्क को निगरानी विभाग की टीम अपने साथ पटना ले गई है. मिली जानकारी अनुसार गिरफ्तार क्लर्क अजीत कुमार है, जो मूल रूप से मीरगंज मोहल्ले का निवासी है. फिलवक्त वो आरा के बिन टोली मुहल्ले में मकान बना कर रहता है.
पीड़ित ने निगरानी को की थी शिकायत
भुक्तभोगी उदवंतनगर निवासी विजय कुमार सिंह ने बताया कि तीन कट्ठा जमीन बेचने के लिए उन्होंने अंचल के चकबंदी कार्यालय में परमिशन लेटर हेतु आवेदन दिया था. लेकिन वहां टालमटोल किया जा रहा था. इसी बीच कार्यालय के हेड क्लर्क अजीत कुमार द्वारा 25 सौ रुपया घूस की डिमांड की गई. ऐसे में उन्होंने इसकी शिकायत 18 अप्रैल को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना को की. टीम ने मामले का सत्यापन कराया, जिसमें मामला सत्य पाया गया.
सत्यापन के बाद धावा दल का गठन किया गया. तयशुदा रणनीति के तहत मंगलवार को धावा दल द्वारा उदवंतनगर चकबंदी अंचल कार्यालय के बाहर जाल बिछाया गया. इस दौरान चकबंदी कार्यालय के हेड क्लर्क अजीत कुमार को घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया गया. टीम द्वारा उनकी तलाशी ली जा रही है. धावा दल में निगरानी विभाग के उपाधीक्षक संजय कुमार जायसवाल, डीएसपी अरुणोदय पांडेय, डीएसपी संजय सागर, तीन इंस्पेक्टर सतेन्द्र राम समेत अन्य कर्मी शामिल थे.
यह भी पढ़ें -