Lalan Singh Statement on Muslim: जेडीयू नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा है कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के लिए क्या-क्या नहीं किया. यह जानते हुए कि वोट नहीं देते हैं फिर भी काम करते हैं. क्योंकि नीतीश कुमार बिहार के बारे में सोचते हैं न कि किसी एक समुदाय के लिए सोचते हैं. ललन सिंह ने मुजफ्फरपुर में बीते रविवार (24 नवंबर) को यह बयान दिया. उनके इस बयान के बाद बिहार में सियासी तूफान उठ गया है. असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) और लालू यादव (Lalu Yadav) की पार्टी ने हमला बोला है.


'ललन सिंह ने संवैधानिक पद का अपमान किया'


ललन सिंह के बयान पर एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने सोमवार (25 नवंबर) को कहा कि वो संवैधानिक पद का अपमान किया है. आरएसएस और बीजेपी से अपने गहरे रिश्ते का सबूत दिया है. उनका ये मुस्लिम विरोधी बयान कहीं न कहीं यह दर्शाता है कि ये लोग मुसलमानों का वोट लेने के लिए खुद को हितैषी बताते हैं, लेकिन मुसलमानों को दिग्भ्रमित करने और भय के माहौल में लाने की कोशिश कर रहे हैं.


आरजेडी ने कहा- 'बीजेपी के विचारों के साथ जेडीयू खड़ी'


आरजेडी के प्रवक्ता एजाज अहमद ने भी ललन सिंह के बयान पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के नेता ललन सिंह का ये बयान कि मुसलमान जेडीयू को वोट नहीं देते हैं यह स्पष्ट करता है कि जेडीयू कहीं न कहीं बीजेपी के विचारों के साथ खड़ी हो गई है.


इस विवाद पर बीजेपी ने भी जवाब दिया है. बीजेपी के प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा का कहना है कि केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने अपनी व्यथा बताई है. जरूर उन्होंने महसूस किया होगा तभी उन्होंने यह कहा है. नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी ने जितनी योजना समाज के लिए लाई उन सबका लाभ अल्पसंख्यक को मिला. अल्पसंख्यक समाज उससे लाभान्वित भी हुआ. एक पार्टी विशेष द्वारा उनको भय दिखाकर वोट बैंक के रूप में उनका इस्तेमाल किया जा रहा है जो अनुचित है. 


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