नवादा: बिहार विधान परिषद चुनाव (Bihar Legislative Council Election) में जीत के बाद अशोक यादव (Ashok Yadav) के राजनैतिक भविष्य को लेकर तमाम प्रकार की चर्चाओं का दौर जारी है. इस बीच सोमवार को नवनिर्वाचित एमएलसी अशोक ने पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से मुलाकात की है. साथ ही उर्जा मंत्री विजेंद्र यादव (Vijendra Yadav) से भी उन्होंने मुलाकात की है. सीएम समेत जेडीयू (JDU) के बड़े नेताओं के मुलाकात के बाद उनके जेडीयू में शामिल होने को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं.
पहले ही ये बात कह चुके हैं अशोक
इधर, नवादा में पत्रकार से बातचीत के क्रम में नवनिर्वाचित एमएलसी ने जेडीयू के प्रति अपनी झुकाव को लेकर भी इशारा कर दिया है, जिससे यह तय माना जा रहा है कि वे जल्द नीतीश की पार्टी में शामिल हो जाएंगे. हालांकि, एमएलसी ने यह भी कहा कि नवादा का विकास पिछले 18 सालों से अवरुद्ध है, इसलिए जिले के तीव्र विकास को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात की है. उन्होंने कहा कि चुनाव में कई लोगों का प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष समर्थन मिला है. सभी लोगों का पूरा साथ मिला है.
बागी उम्मीदवार के रूप में लड़ा था चुनाव
मालूम हो कि आरजेडी से टिकट नहीं मिलने पर क्षुब्ध अशोक कुमार ने बगावत करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें जीत मिली. निर्दलीय चुनाव लड़ने के कारण आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें छह सालों के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया था. चुनाव जीतने के बाद लोगों का लग रहा था कि उनकी घर वापसी होगी. लेकिन सीएम से मुलाकात के बाद कयासों का दौर निकल पड़ा है.
क्या चाचा राजबल्लभ से मिल गई सहमति?
ध्यान देने वाली बात है कि चुनाव जीतने के बाद एमएलसी ने साफ तौर पर कहा था कि उनके राजनैतिक भविष्य और आगे की सफर का फैसला चाचा राजबल्लभ प्रसाद ही करेंगे. ऐसे में उनके सीएम से मुलाकात के बाद कई प्रकार की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. सबसे अहम चर्चा ये कि क्या जेल में बंद पूर्व मंत्री राजबल्लभ प्रसाद ने भतीजे अशोक के जेडीयू में शामिल होने पर अपनी सहमति जता दी है?
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