बक्सर: केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र बक्सर पहुंचे. एक दिवसीय दौरे पर बक्सर पहुंचे मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने तेजस्वी के बिहार विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार करने के फैसले पर हमला बोलते हुए कहा कि वो पहले अपने जेल में बंद पिता लालू प्रसाद यादव को छुड़वा लें, फिर कोई और फैसला लें.
पांच साल करना चाहिए इंतजार
वहीं, बिहार विधानसभा में हुए हंगामे के विरोध में आरजेडी के बिहार बंद किए जाने पर अश्विनी चौबे ने कहा कि बंद का कहीं कोई असर नहीं था. जनता उन्हें नकार चुकी है. अब उन्हें पांच साल इंतजार करना चाहिए. साथ ही पांच वर्षों में सार्थक और रचनात्मक काम करना चाहिए, ताकि देश के विकास में मदद मिले.
वहीं, बंगाल और असम के प्रथम चरण के मतदान के संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने कहा कि दोनों राज्यों की जनता विकास कार्यों को देखते हुए मतदान कर रही है. प्रथम चरण के चुनाव में जनता जनार्दन बीजेपी के पक्ष में वोट कर रही है. इस दौरान उन्होंने जनता को होली की बधाई भी दी. उन्होंने कहा कि होली के अवसर पर होलिका दहन किया जाता है. ऐसी मान्यता है कि इससे दुख दरिद्रता का नाश होता है.
क्या है पूरा मामला ?
बता दें कि बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बिल का विरोध कर रहे विपक्ष के विधायकों की 23 मार्च को विधानसभा में पुलिस बल ने पिटाई कर दी थी. वहीं, महिला विधायकों के साथ भी बदसलूकी की थी. इस बात से नाराज तेजस्वी यादव ने कल बिहार बंद का एलान किया था. वहीं, बजट सत्र की कार्यवाही के आखिरी दिन उन्होंने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार किया था.
तेजस्वी ने कहा था कि अगर सीएम नीतीश विधानसभा में हुई घटना के लिए माफी नहीं मांगते हैं, तो हम पूरे कार्यकाल सदन की कार्यवाही का बहिष्कार करने पर विचार करेंगे. उनके इसी बयान पर केंद्रीय मंत्री ने निशाना साधा है.
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