बक्सर: बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद की ओर चुनाव आयोग को सौंपे गए दस्तावेज में उम्र को लेकर की गई गड़बड़ी से सूबे की सियासत गरमा गई है. विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार और उपमुख्यमंत्री को घेर रही है. ऐसे में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के बचाव में उतर गए हैं.
दो दिवसीय दौरे के तहत बक्सर पहुंचे केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने लालू परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी के नेता सदमे में चले गए हैं, विरोध करना लोकतंत्र की खूबसूरती है. लेकिन बिना साक्ष्य और प्रमाण के किसी व्यक्ति को भ्रष्टाचारी कह देना, यह जायज नहीं है, जो आरोप लगा रहे हैं, खुद उनके मां-बाप बिहार के सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी हैं.
अश्विनी चौबे ने कहा, " यही वजह है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में पोस्टर से उनका(आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और राबड़ी देवी) फोटो तक हटा दिया गया और जब चुनाव हार गए, तो छठ-दीपावली के शुभकामना वाले पोस्टर पर उनका फोटो फिर से लगवा रहे हैं. यह बिहार की जनता देख रही है. अब जंगल राज के युवराज को कुर्सी नहीं मिलने वाली है. इसलिए हताशा में इस तरह का बयान दे रहे हैं."
बताते चलें कि 23 नवंबर से 17वीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हो रही है, ऐसे में विपक्ष भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाकर नीतीश सरकार को घेरने की तैयारी में लगी है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि विपक्षी पार्टी के नेता अपने इस रणनीति में कितना कामयाब होते हैं.
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