Ashiwini Choubey on CM Nitish Kumar: केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे (Ashwini Kumar Choubey) दिल्ली से पटना पहुंचे पटना पहुंचे और एयरपोर्ट पर ही बड़ा बयान दे दिया. उनसे सवाल किया गया कि बीजेपी पर आरोप लग रहे हैं कि पार्टी पिछले दरवाजे से जातिगत गणना की तरह बिहार में लागू 65% आरक्षण को भी कोर्ट में घसीटना चाहती है, इस पर पार्टी का क्या जवाब है? जवाब में अश्विनी चौबे ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा साफ नहीं है. जो वास्तव में समाज के शोषित लोग हैं, उनके प्रति इनका ध्यान ही नहीं है. फिर राजनीतिक दृष्टिकोण से जो हर तरह से ऊंचे हैं, वह ऊंचा बनते रहें. लालू यादव परिवार से आते हैं तो क्या उन्हीं के वंश का नाम हो? जब तक समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति का विकास नहीं होगा, तब तक बिहार का विकास संभव नहीं है. यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हो रहा है.
अश्विनी चौबे ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज करते हुए कहा कि वह बिहार को 90 के दशक में ले जा रहे हैं. वह सामाजिक व्यवस्था का अभाव पैदा कर रहे हैं. यह सनातन शक्ति को तोड़ना चाहते हैं या हिंदुत्व को तोड़ना चाहते हैं. लेकिन सनातन और हिंदुत्व कभी टूट नहीं सकता. हम जोड़ने वाले लोग हैं, तोड़ने वाले लोग नहीं. ऐसे में बीजेपी पर मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं. जो लोग यह कर रहे हैं वह अपने आप पिट जाएंगे.
कार्यक्रम में भीड़ न जुटा पाने पर बोले बीजेपी नेता
वहीं, हाल के दिनों में बापू सभागार में बीजेपी द्वारा आयोजित झलकारी बाई के कार्यक्रम में पूरा बापू सभागार खाली रहने पर जदयू ने तंज कसा था. इस पर अश्विनी चौबे ने कहा कि बीजेपी में भीड़ अपने आप आती है. बीजेपी किसी को पैसे देकर नहीं बुलाती. चाहे आंध्र प्रदेश में हो चाहे कहीं और. लोग प्रधानमंत्री की सभा में भी अपने आप जुटते हैं. इनके कुछ कहने से कुछ नहीं होने वाला.
त्योहारों की छुट्टी कम करने पर अश्विनी चौबे का बिहार सरकार पर निशाना
बिहार में शिक्षकों की छुट्टी के बाद अब शिक्षक दो शिफ्ट में काम करेंगे. इस पर अश्विनी चौबे ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई जरूरी है. दो शिफ्ट में काम करेंगे तो जो सनातन की छुट्टी काटेगा वह अपने कट जाएगा. दो शिफ्ट में काम करने पर उन्होंने कहा कि काम करने पर शिक्षकों को उचित मानदेय मिलने चाहिए. वहीं, जदयू में मंत्री रत्नेश सदा और अशोक चौधरी के बीच चल रहे विवाद का ऑडियो वायरल होने के बाद उन्होंने कहा कि यह लोग सनातन अपने पूर्वजों को गाली देते हैं. यह लोग आपस में लड़ेंगे नहीं, मारेंगे नहीं तो क्या करेंगे? जो पूर्वजों को गाली देता है वह स्वयं समाप्त हो जाता है.