Atiq Ahmed Gang: यूपी के माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) की हत्या के बाद लगातार पुलिस जांच कर रही है. उसकी पत्नी शाइस्ता अब भी फरार है. साथ ही बमबाज गुड्डू मुस्लिम भी फरार है. इन दोनों की गिरफ्तारी के लिए यूपी पुलिस (UP Police) लगातार छापेमारी भी कर रही है. वहीं अतीक के गैंग को लेकर हर दिन नए नए खुलासे भी हो रहे हैं. अतीक अहमद इतना शातिर था कि वह काम करने के लिए नई-नई जुगत लगाता था. कोड वर्ड का इस्तेमाल करता था.


उमेश पाल मर्डर केस की साजिश उसने जेल में रची थी. उसने पूरी तैयारी की थी कि वह पकड़ा न जाए लेकिन जिस तकनीक की मदद से अपने गुनाह की दुनिया को बड़ा करता रहा उसी तकनीक ने एक दिन उसकी कब्र खोद दी. यह बात सामने आई है कि वह जेल में भी आईफोन का इस्तेमाल करता था. उसके गुर्गे भी आईफोन का ही इस्तेमाल करते थे. एक-दूसरे से फेस टाइम पर बात करते थे. सबका एक कोड नेम था. अलग-अलग कोड जानकर आप भी चौंक जाएंगे.


गैंग का कोड वर्ड समझें 


BADE-006 – इसका मतलब है अतीक अहमद (सरगना)


CHOTE-007 – इसका मतलब है अशरफ अहमद (अतीक का भाई)


PATLE-009 – अली अहमद (अतीक का छोटा बेटा)


Ansh_Yadav00 – असद अहमद (अतीक का बेटा)


BIHAR TOWER – अरमान (बिहार का रहने वाला शूटर)


XYZZ1122 – नियाज


Advo010 – हनीफ (अतीक का वकील)


सूत्रों के मुताबिक इन कोड नेम का इस्तेमाल फेस टाइम एप पर सभी की आईडी बनाने के लिए किया गया था. इस आईडी में किसी भी बदमाश के नाम का खुलासा नहीं होता था. उमेश पाल की हत्या से पहले सभी आरोपी आई फोन से फेस टाइम के जरिए आपस में बात करते थे.


सूत्रों के अनुसार यह भी पता चला है कि खुद अतीक अहमद के पास साबरमती जेल में आई फोन था. उमेश पाल की हत्या के बाद से वह लगातार अपने गुर्गे नियाज से फेस टाइम पर बात करता था. वह इस बात को जानना चाहता था कि उमेश पाल मारा गया या नहीं. नियाज ने ही पुष्टि की थी उमेश पाल मारा गया. नियाज ही रेकी कर रहा था. नियाज का भी कोड रखा गया था.


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