गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज जिले के बथुआ बाजार में हुए बम धमाका मामले में गुरुवार को एटीएस (एंटी टेरोरिस्ट स्कॉयड) के एडीजी रविंद्र शंकरण ने जांच की. उन्होंने डीएम और एसपी के साथ कई बिंदुओं पर समीक्षा की. जांच के बाद एडीजी ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि अभी तक के अनुसांधान में टेरर लिंक सामने नहीं आया है. आतंकवादी संगठन से जुड़े तार का यह मामला नहीं है.
कंटेनर गिरने की वजह से हुआ ब्लास्ट
एडीजी ने कहा, " पटाखा बनाने के लिए बारूद लाया गया था. मकान में बारूद का मिक्सचर बनाकर कंटेनर में पैक करके हलीम मियां छत पर लेकर जा रहे थे. इस दौरान कंटेनर गिरा, जिससे ब्लास्ट हुआ." एडीजी ने कहा कि ब्लास्ट इतना खतरनाक था कि बॉडी कई पार्ट में बिखरा गया. एडीजी ने कहा कि मिस हैंडलिंग यानी बारूद का कंटेनर रखने का तरीका सही नहीं होने के कारण यह हादसा हुआ है."
भागलपुर ब्लास्ट पर कही ये बात
एटीएस के एडीजी ने कहा, " पटाखा बनाने के लिए बारूद हर जगह मिल जा रहा है. पटाखा के लिए बारूद लाने के लिए ज्यादा दूर जाने की जरूरत नहीं है. इसमें कोई खास बात नजर नहीं आ रही है." वहीं, भागलपुर के बम बिस्फोट के मामले में एटीएस के एडीजी ने कहा कि वहां के एसएसपी मामले की जांच कर रहे हैं. एटीएस उनका सहयोग कर रही है, इसलिए भागलपुर बम विस्फोट के मामले में कोई बयान देना ठीक नहीं है.
बता दें कि बुधवार की सुबह करीब 10.10 बजे फुलवरिया थाना क्षेत्र के बथुआ बाजार में हलीम मियां के तीन मंजिले मकान में बड़ा धमाका हुआ था, जिसमें हलीम मियां के चिथड़े उड़ गए थे. वहीं, उनका बेटा अख्तर आलम गंभीर रूप से घायल हो गया था. एसपी आनंद कुमार ने इस घटना के बाद एटीएस को जांच के लिए सूचना दी थी, जिसके बाद बुधवार की रात में पहुंची एटीएस ने गुरुवार की दोपहर तक पूरे मामले जांच की.
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