पटना: कैमूर जिले में एक शिक्षिका से सर्व शिक्षा अभियान के सहायक साधन सेवी को घुस मांगना महंगा पड़ गया. इस मामले में कैमूर डीएम ने सर्व शिक्षा अभियान के सहायक साधन सेवी सत्येंद्र कुमार और लेखापाल विजय कुमार पर प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश जारी कर दिया है.



डीएम के सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ को प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश जारी करने के बाद सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ के आदेश पर भभुआ थाने में लेखापाल और सहायक साधन सेवी पर घूस मांगने के मामले में दोषी मानते हुए नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. दोनों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. गिरफ्तारी के डर से फिलहाल दोनों फरार बताए जा रहे हैं.



दरअसल कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय दुर्गावती की तत्कालीन वार्डन टिंकू सविता कुमारी का वार्डन पद पर रहते हुए एक लाख साठ हजार रुपये का बकाया बिल और 28 माह का मानदेय भुगतान के एवज में सर्व शिक्षा अभियान के सहायक साधन सेवी द्वारा फोन पर लेखा पाल विजय कुमार को मैनेज कर बकाया एक लाख साठ हजार रुपये का भुगतान कराने और 28 माह का मानदेय का भुगतान कराने के एवज में एक लाख रुपये का घूस मांगते ऑडियो वायरल हुआ था. जहां टिंकू सविता कुमारी ने डीएम को घुस मांगने का ऑडियो क्लिप और आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई थी.



डीएम ने डीडीसी के अध्यक्षता में दो सदस्यीय टीम का गठन किया जिसमें दोनों के आरोप सही साबित हुए और डीडीसी ने डीएम को जांच रिपोर्ट सौंपी. जिसके बाद डीएम के आदेश पर सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ रोहित चौरसिया द्वारा सर्व शिक्षा अभियान के लेखापाल और सहायक साधन सेवी पर भभुआ थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई.



कैमूर जिला अधिकारी नवलदीप शुक्ला ने इस बाबत बताया कि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय दुर्गावती के तत्कालीन वार्डन द्वारा एक ऑडियो क्लिप देकर घूस मांगने की शिकायत की गई थी जहां डीडीसी की अध्यक्षता में जांच की दो सदस्यीय टीम बनाई गयी थी जिसमें दोनों को दोषी पाया गया. सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ द्वारा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. कानूनी कार्रवाई हो रही है साथ ही विभागीय कार्रवाई भी होगी.