औरंगाबाद: जिले के दाउदनगर अनुमंडल के नगर पर्षद में इन दिनों राजनीति तेज हो गई है पक्ष विपक्ष का दो खेमें में बटे लोग एक दूसरे को चित करने की जोर आजमाइश में जुटे हैं.
बताते चलें कि 27 पार्षदों वाली दाउदनगर नगर पर्षद की राजनीति में ट्वीस्ट उस वक्त आया जब 12 वार्ड पार्षदों ने 18 जनवरी को मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कर दिया. इस अविश्वास प्रस्ताव के आने के बाद कार्यपालक पदाधिकारी जमाल अख्तर अंसारी ने विश्वास मत हासिल करने की तिथि निर्धारण के लिए मुख्य पार्षद को संचिका भेज दी और उक्त संचिका 20 जनवरी को मुख्य पार्षद द्वारा स्वीकृत कर ली गयी है.
संचिका प्राप्त होने के बाद विशेष बैठक की अभी तैयारी चल ही रही थी कि गुरुवार को वार्ड संख्या 14 के पार्षद प्रतिनिधि एवं नगर परिषद के जेसीबी चालक के साथ अतिक्रमण हटाये जाने के एक मामले को लेकर हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया और इसको लेकर हुई मारपीट की घटना के बाद नगर पर्षद कार्यालय में अनिश्चितकालीन तालाबंदी कर कर्मी वार्ड पार्षद प्रतिनिधि की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए है.
जानकारी के अनुसार घटना का संबंध मंगलवार को हटाये गये अतिक्रमण हटाओ अभियान से जुड़ा हुआ है. वार्ड पार्षद प्रतिनिधि की नगर पर्षद रोड में वार्ड संख्या 14 में मिठाई व चाय- नाश्ता की दुकान है. अभियान के दौरान जेसीबी द्वारा उनकी दुकान के बाहर निकला हुआ करकट को भी हटाया गया था और उसी दिन से जेसीबी चालक और वार्ड पार्षद प्रतिनिधि के बीच तनाव चल रही थी.
पार्षद प्रतिनिधि एवं जेसीबी चालक के बीच हुई मारपीट की घटना के बाद नगर पर्षद बोर्ड एवं कर्मचारी आमने-सामने आ गये हैं. घटना के विरोध में नगर पर्षद के कर्मियों ने एक आपात बैठक कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए और धरना पर बैठ गये हैं.
इधर नगर पर्षद कर्मियों की अनिश्चितकालीन तालाबंदी के बाद मुख्य पार्षद एवं उप मुख्य पार्षद के पक्ष के लोगों के द्वारा पार्षद प्रतिनिधि के पक्ष में गोलबंदी जारी है क्योंकि अविश्वास प्रस्ताव में वार्ड 14 की प्रतिनिधि का हस्ताक्षर नही है,ऐसी स्थिति में शक्ति प्रदर्शन की तिथि निर्धारण में यह हड़ताल अपना प्रभाव छोड़ सकता है।